पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को व्यापारियों की मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

 


- रिटायरमेंट के बाद व्यापारियों को पेंशन दी जाए 

- 2017-18, 2018-19, 2019-20 के केसों में  मानवीय भूल को जीएसटी डिपार्मेंट स्वयं सुधारे और व्यापारियों का उत्पीड़न बंद करें

- पेठा  उद्योग पर जीएसटी 0% होना चाहिए 

- जूते पर टैक्स 5% करें 


लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव को आगरा दक्षिण विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी विनय अग्रवाल द्वारा व्यापारियों के उत्पीड़न के संदर्भ में एक ज्ञापन पेठा भेंट करते हुए  सौंपा और उनसे मांग की कि व्यापारियों को उत्पीड़न से मुक्ति दिलवाने को लेकर ज्ञापन सौपा |

ज्ञापन में प्रमुख रूप से मुख्य मांगे इस प्रकार से हैं :-

            उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार आई है व्यापारियों का लगातार उत्पीड़न शोषण किया जा रहा है आपसे निवेदन करती हैं व्यापारियों की मांगों को उचित मंच पर रखकर व्यापारियों को न्याय दिलाने का कष्ट करें l 

        1. जीएसटी जब लागू किया गया था तो व्यापारियों को बताया गया था यदि कोई मानवीय भूल है जिसमें जीएसटी की चोरी नहीं है, तो उसमें नोटिस नहीं दिए जाएंगे और व्यापारी का उत्पीड़न  नहीं किया जाएगा l लेकिन देखा गया है 2017-18, 2018-19, 2019-20 आदि के केसों में जीएसटी के हेड ( SGST, CGST, IGST ) गलत क्लेम कर लिए गए हैं और टैक्स पूरा जमा कर दिया गया है लेकिन कर की कोई चोरी नहीं है सिर्फ हेड का अंतर है, फिर भी व्यापारियों को नोटिस दिए गए हैं और उनके खिलाफ आदेश पारित किए गए हैं और उनका उत्पीड़न भी किया जा रहा है l जबकि केरल और कर्नाटक हाईकोर्ट में जीएसटी डिपार्मेंट को साफ निर्देश दिए हैं मानवीय भूलों को जीएसटी डिपार्मेंट स्वयं सही कर ले और जबकि दूसरी ओर  सेंट्रल जीएसटी डिपार्मेंट इस तरीके के नोटिस व्यापारियों को नहीं भेज रहा है केवल स्टेट जीएसटी  डिपार्टमेंट ही नोटिस भेज रहा है और व्यापारिओं के खिलाफ ऑर्डर पास कर रहा है l व्यापारी मांग करते हैं कि जीएसटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा साफ-साफ निर्देश दिए जाएं कि यदि कोई मानवीय भूल हैं और कर की चोरी नहीं है तो व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए और यदि कोई मानवीय भूल है उसको जीएसटी डिपार्मेंट स्वयं सही करले या व्यापारी को स्वयं भूल सुधारने का अवसर प्रदान करें l  और व्यापारियों के खिलाफ जो आदेश पास कर दिए गए हैं उनको वापस लिया जाए I जिससे लाखों व्यापारियों का उत्पीड़न रुकेगा |

2. आगरा का उद्योग उजड़ चुका है केवल जूता उद्योग बचा है जिस पर आगरा की जनता पूर्ण रूप से निर्भर है इसलिए जूते से जीएसटी 12% की जगह 5% किया जाए l पूरे भारतवर्ष का आगरा से 65 % व्यवसाय होता है और लगभग 10 लाख मजदूर व्यापारी आदि जूता उद्योग पर लोग आश्रित है |

3. आगरा ताजमहल और पेठे  के कारण विश्व प्रसिद्ध है l पेठा एक कुटीर उद्योग है और गरीबों की मिठाई है l "वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट" के तहत आगरा को जीएसटी 0% करना चाहिए |

4. व्यापारियों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन का प्रावधान किया जाए |

वहीँ  अखिलेश यादव ने भरोसा दिलाया की वह व्यापारियों की मांगों को आगे उठाएंगे और किसी भी सूरत में उत्पीड़न नहीं होने देंगे और जीएसटी काउंसिल को भी पत्र लिखेंगे और मुलाकात भी करेंगे | और कहां व्यापारी ऑनलाइन कंपनियां से सावधान हो जाए ऑनलाइन कंपनियों खुदरा व्यापारी को बर्बाद कर देगी |ज्ञापन देने में व्यापार सभा के  महानगर अध्यक्ष सोमेश गुप्ता एवं राजीव  पोद्दार  भी  साथ थे |

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