हाइपरटेंशन साइलेंट किलर की निभा रहा भूमिका, हृदय, किडनी और ब्रेन फैलियर के बढ़ रहे मरीज

 



  • ताजनगरी में हाईपरटेंशन पर आरएसएसएचआई के तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस का हुआ शुभारंभ। 
  • यूपी, उतराखंड, दिल्ली, मध्यप्रदेश, दक्षिण भारत सहित देशभर के 250 से अधिक चिकित्सक कर रहे सहभागिता 


आगरा। हाइपरटेंशन और ब्लड प्रेशर के प्रति लोगों की लापरवाही और रोग के प्रति जागरूकता की कमी के कारण वर्तमान में हाइपरटेंशन साइलेंट किलर की भूमिका निभा रहा है। हृदय, किडनी और ब्रेन फैलियर के निरंतर मरीज बढ़ रहे हैं। जहां शहर में हर चौथा और पांचवा व्यक्ति और वहीं ग्रामीण क्षेत्र में हर पांचवा और छठवा व्यक्ति हाइपरटेंशन से ग्रसित है। हाइपरटेंशन से होने वाले विभिन्न प्रकार के घातक रोगों से मरीजों की संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है। हाईपरटेंशन के कारण, बचाव, इलाज और आधुनिक उपचार पर मंथन करने के लिए ताजनगरी में फतेहाबाद रोड स्थित होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में पहली बार रिसर्च सोसायटी फॉर द स्टडी आफ हाइपरटेंशन इन इंडिया के तत्वावधान में तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया है। कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश, उतराखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश दक्षिण भारत सहित देशभर के 250 से अधिक चिकित्सक सहभागिता कर रहे हैं। कॉन्फ्रेंस के पहले दिन शुक्रवार को सर्वप्रथम गणेश स्तुति और सरस्वती वंदना हुई। तत्पश्चात अतिथि वरिष्ठ चिकित्सक पदमश्री प्रोफ़ेसर डॉक्टर डीके हाजरा, प्रोफेसर डॉक्टर बीके जैन, प्रोफेसर डॉक्टर ए एस सचान, प्रोफेसर डॉक्टर एमएम सिंह, प्रोफेसर डॉक्टर टीपी सिंह, चेयरमेन डॉ. सीआर रावत और सचिव डॉ. रजत रावत द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ किया गया। इसके बाद गुरुओं को नमन करते हुए उनको सम्मानित किया गया। फिर गुरुओं ने आशीष वचन के रूप में अपने विचार प्रकट किए। चेयरमेन डॉ. सीआर रावत द्वारा स्वागत भाषण देते हुए रिसर्च सोसायटी फॉर द स्टडी आफ हाइपरटेंशन इन इंडिया के द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों, हाइपरटेंशन से संबंधित रोगों के निदान के लिए किया जा रहे सार्थक प्रयासों और सोसायटी उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। चेयरमेन डॉ. सीआर रावत ने बताया कि हाईपरटेंशन से सबंधित रोगों के कारण, बचाव और आधुनिक उपचार पर चर्चा करने के लिए आगरा में पहली बार रिसर्च सोसायटी फॉर द स्टडी आफ हाइपरटेंशन इन इंडिया की ओर से आयोजित तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस शुक्रवार को प्रारंभ हो गई जो 21 सितंबर चलेगी। कांफ्रेंस में देशभर विशेषज्ञ चिकित्सक सहभागिता कर हाईपरटेंशन से होने वाली घातक बीमारियों पर अपने अनुभवों को साझा कर रहे हैं। इस दौरान आधुनिक उपचार और इलाज पर भी मंथन किया जा रहा है। सचिव डॉ. रजत रावत ने अपने विचार रखते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।

कॉन्फ्रेंस में डॉ. सुनील बंसल, डॉ. शरद पालीवाल, डॉ. राहुल निझारा, डॉ.पायल सक्सेना, डॉ. चंदन कुमार, डॉ. केके बसंतानी, डॉ करन रावत, डॉ. विनीत गर्ग, डॉ.प्रवेग गोयल, डॉ. कैरवि भारद्वाज, डॉ.वरुण शर्मा, डॉ. अनुश्री रावत, डॉ.राहुल वर्मा, डॉ.शुभम जैन, डॉ. राहुल गर्ग, डॉ अभिनव पंडित, डॉ. दीपक बंसल रहे मौजूद।

विशेष सत्रों में वक्ताओं ने रखे विचार

कॉन्फ्रेंस के पहले दिन एपिडमाईलॉजी ऑफ हाईपरटेंशन क्यों जरूरी है विषय पर डॉ. मौहम्मद जावेद ने विचार रखे। द आर्ट ऑफ मेजरिंग ब्लड सुगर पर डॉ. राहुल वर्मा एवं एम्बुलैरेटरी एंड होम ब्लड प्रैशर मानिटरिंग पर डॉ. अमित कांत ने विचार रखे। दूसरे सैशन में अल्ट्रासाउड में हाईपरटेंशन में डॉ. अभिनव पंड़ित, रेनल वस्कुलर डोपलर : कट ऑफ एंड बियोंड पर डॉ. राहुल निझारा व ईकोकार्डियोलॉजी इन हाईपरटेंशन पर डॉ. रजत रावत ने विचार रखे। तीसरे सैशन में ईश गाइडलाईन पर डॉ. वरून गुप्ता, रीसेंट गाइडलाइन फॉर हाइपरटेंशन मैनेजमेंट पर डॉ. सुशील बंसल, एमएक्स ऑफ पुलमोंन्टरी अरटेरियल हाईपरटेंशन पर डॉ. अनुभव कपूर ने विचार रखे। चौथे सैशन में वाइट कोट/मास्कड/नैचुरल हाईपरटेंशन पर डॉ. राजीव किशोर, आर्थो हाईपोटेंशन पर डॉ. राहुल गर्ग एवं हाईपरटेंशन इन ओल्ड, फ्रेल पेशंट डबल एज र्स्वोड पर डॉ. अतुल कुलश्रेष्ठ ने विचार रखे।  

देश में 40 प्रतिशत लोग हाइपरटेंशन के पीड़ित 

वरिष्ठ चिकित्सक डॉ सुनील बंसल ने बताया कि देश में 40 प्रतिशत लोग हाइपरटेंशन रोग से पीड़ित हैं। हाइपरटेंशन से विभिन्न प्रकार के रोग पैदा होते हैं। उन्होंने रोग के कारण बचाव और उपचार की आधुनिक तकनीकी के विषय में भी जानकारी दी। उन्होंने अपने सत्र में दिए गए व्याख्यान पर भी प्रकाश डाला।

आज और कल होगें ये कार्यक्रम

सचिव डॉक्टर रजत रावत के अनुसार कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन शनिवार 20 सितंबर को विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगें। तीसरे दिन 21 सितंबर को पहले विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे। इसके बाद समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा।

वृद्ध जन हाइपरटेंशन से रहें सतर्क

वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अतुल कुलश्रेष्ठ ने हाइपरटेंशन से होने वाले रोग और आधुनिक उपचार की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने सत्र में वृद्ध जनों को हाइपरटेंशन रोग के प्रति सतर्क और सावधान रहने की सलाह दी है

सचिव डॉक्टर रजत रावत के अनुसार रिसर्च सोसाइटी फॉर द स्टडी आफ हाइपरटेंशन इन इंडिया संस्था द्वारा विभिन्न जागरूकता पूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन कर उच्च रक्तचाप, हाइपरटेंशन, हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों के प्रति मरीजों को जागरूक किया जा रहा है। कॉन्फ्रेंस में शोध पत्र भी प्रस्तुत किए गए

चेयरमैन डॉ. सीआर रावत के अनुसार कॉन्फ्रेंस में देशभर से आए विशेषज्ञों द्वारा उच्च रक्तचाप एवं विकार चाते वत मेडिसिन, सर्जरी गायनिक, न्यूरो के क्षेत्र में अपने शोध पत्र भी प्रस्तुत किए गए।

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