नाथद्वारा साहित्य सम्मेलन में शरद गुप्त और विजय गोयल को मानद उपाधि से सम्मानित


आगरा। हिंदी भाषा के उन्नयन और देशभर के साहित्य सेवियों को जोड़ने का विगत 88 वर्षों से उल्लेखनीय कार्य कर रही संस्था "साहित्य मंडल" नाथद्वारा द्वारा आगरा के साहित्यकार शरद कुमार गुप्त को "हिन्दी काव्य भूषण" तथा ब्रज संवाद मासिक पत्रिका के सम्पादक विजय कुमार गोयल को "पत्रकार-सम्पादक रत्न" की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया है।

राजभाषा हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय वृहद समारोह में देश भर के साहित्य, कला व संस्कृति के माध्यम से हिन्दी के प्रचार एवं प्रसार में योगदान करने वाले साधकों को ,सन 1937 में साहित्य मनीषी स्मृति शेष भगवती प्रसाद देवपुरा द्वारा स्थापित साहित्य मंडल द्वारा अनेक मानद उपाधियों से सम्मानित किया गया। चौदह सत्रों में समायोजित समारोह का शुभारंभ श्री गणेश, सरस्वती जी और श्रीनाथ जी की वन्दना तथा राष्ट्रभाषा गान से हुआ। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवि कवयित्रियों ने हिन्दी के सम्मान में काव्य पाठ किए। 

समारोह के दूसरे दिन "हिन्दी लाओ देश बचाओ" की हुंकार भरती नगर परिक्रमा हुई, जिसमें सभी साहित्य साधकों ने अपने हाथ में बैनर और पट्टिका के माध्यम जन जागरण के घोष किए गए।

इस अवसर पर आगरा से शरद गुप्त की दो पुस्तकों, विजय गोयल की एक पत्रिका और रमेश आनंद की एक पुस्तक का लोकार्पण भी किया गया। डॉ. आश्वना सक्सेना की ओर से श्रीमती सन्तोष सक्सेना की स्मृति में "कत्थक नृत्य शिरोमणि" की मानद उपाधि वृंदावन की आचार्य प्रोफेसर वृषभान नंदिनी को प्रदान की गई। 

समारोह की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष कथा वाचक पंडित मदन मोहन शर्मा ने की। संचालन एवं संयोजन संस्था के प्रधानमंत्री श्याम प्रकाश देवपुरा द्वारा किया गया।

Comments