आगरा: सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (SNMC) ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में, कॉलेज की कार्डियक कैथ लैब में पहली एंडोवैस्कुलर न्यूरो-इंटरवेंशन प्रक्रिया (एंटीरियर कम्युनिकेटिंग आर्टरी एन्यूरिज्म कॉइलिंग) सफलतापूर्वक पूरी की गई।
यह जटिल और जीवन-रक्षक प्रक्रिया, जो आमतौर पर दिल्ली जैसे शहरों में लगभग ₹15 लाख की लागत पर की जाती है, आयुष्मान योजना के तहत पूरी तरह से निःशुल्क की गई।
यह सफलता न्यूरोसर्जरी, कार्डियोलॉजी, इंटरवेंशनल न्यूरोरेडियोलॉजी, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी, एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर विभागों की एक समर्पित और बहु-अनुशासनात्मक टीम के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।
इस टीम में निम्नलिखित विशेषज्ञ शामिल थे
कार्डियोलॉजी: डॉ. बसंत कुमार गुप्ता (विभागाध्यक्ष)
न्यूरोसर्जरी: डॉ. गौरव धाकरे (विभागाध्यक्ष), डॉ. मयंक अग्रवाल, डॉ. तरुणेश शर्मा
इंटरवेंशनल न्यूरोरेडियोलॉजी: डॉ. अंशुल (दिल्ली)
इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी: डॉ. पल्लव गुप्ता
एनेस्थीसिया: डॉ. प्रभा
इसके अतिरिक्त, सभी रेजिडेंट डॉक्टरों, नर्सों और तकनीशियनों ने भी इस प्रक्रिया को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा यह न केवल हमारे चिकित्सा बुनियादी ढांचे को मजबूत करती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती है कि गरीब और जरूरतमंद मरीजों को भी उच्च गुणवत्ता वाली, जीवन रक्षक उपचार मिल सके। हमें उम्मीद है कि न्यूरो-इंटरवेंशन के इस नए सुपर सब-स्पेशलिटी समूह के गठन से आने वाले वर्षों में आगरा और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा।
यह उपलब्धि SNMC की अपने मरीजों को सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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