गौ माता प्रेम और करुणा की साक्षात मूर्ति है, गौ माता के वध पर पूर्ण प्रतिबंध होना चाहिए : रसराज जी महाराज

  


 - गौ आधारित शिक्षा आज की जरूरत, भारत के हर पाठ्यक्रम में एक विषय गौ माता का अवश्य होना चाहिए..

आगरा। गौ आधारित शिक्षा आज की जरूरत है। भारत के सभी पाठ्यक्रमों में एक विषय गौ माता का अवश्य होना चाहिए। बच्चे जब गौ माता की महिमा जानेंगे तो वह गौ सेवक, गौ पालक और गौ रक्षक की भूमिका के लिए संस्कारित होंगे...

       यह संदेश सूरसदन में चल रहे गौ महिमा महोत्सव के पाँचवें दिन शुक्रवार शाम सुरभि अवतार की कथा सुनाते हुए पूज्य श्री रसराज जी महाराज ने जन-जन को दिया। इस दौरान इस भजन पर सब भाव विभोर हो गए- " प्रगटी सुरभि सुखदैया, बिरज में बाजे बधैया.. "

          उन्होंने समझाया कि हमको मूक प्राणियों पर दया करनी चाहिए। गौ माता तो साक्षात प्रेम और करुणा की मूर्ति है। गौ माता के वध पर पूर्ण प्रतिबंध होना चाहिए.. 

       शिव महापुराण की कथा के क्रम में उन्होंने रुद्राक्ष की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि रुद्राक्ष भगवान शिव से ही प्रकट है। हर व्यक्ति को अपने गले में रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। रुद्राक्ष पहनने से उच्च रक्तचाप के रोगियों को लाभ मिलता है। 

     इससे पूर्व भजन गायक पंडित मनीष शर्मा ने 'अब आ जाओ गोपाल पुकारे तुमको व्याकुल गैया' भजन सुना कर सबको भाव विभोर कर दिया।

       सुबह की बेला में सैकड़ों भक्तों ने पार्थिव शिवलिंग बनाकर भगवान शिव का पूजन और अभिषेक किया।

        कथा समापन पर जाने-माने भजन गायक बाबा चित्र विचित्र जी महाराज के रसभीने भजनों ने सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। 

        मुख्य यजमान मनोज गुप्ता, मुरारी प्रसाद अग्रवाल (एकता बिल्डर), समाजसेवी पार्षद मुरारी लाल गोयल पेंट वाले, पूर्व पार्षद कुंदनिका शर्मा, ऋषि उपाध्याय, सुमन गोयल, गीता शर्मा, कुमकुम उपाध्याय, प्रवीण भारद्वाज, प्रियंका ठाकुर, इंद्रदीप जैन, नितेश बंसल एड., हरिशंकर उपाध्याय, रामदेव तिवारी, पूर्विका बंसल, ऋषि रंजना  ने आरती उतारी।

        पार्षद मुरारी लाल गोयल पेंट वालों ने बताया कि महोत्सव शनिवार को भी शाम 4:00 बजे से रात 8:00 बजे तक जारी रहेगा।

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