– इमेज चेंजर एंड पर्सनैलिटी कोच भावना सिंह ने साझा किए जीवन रूपांतर के मंत्र
आगरा। जीवन में अनुशासन उतना ही महत्व रखता है जितनी कि हमारी सांसें। अगर जीवन में हम थोड़ा सा अनुशासन और प्रकृति से मिलने वाले उपहार के प्रति कुछ त्याग करने की भावना रखें तो यह जीवन उतना ही सुंदर बन जाता है। स्पाइसी शुगर संस्था द्वारा आयोजित वर्कशॉप में फैशन, स्टाइल और कॉन्फिडेंस की मास्टर क्लास लेते हुए जीवन जीने के ये मूलमंत्र साझा किए इमेज चेंजर और पर्सनेलिटी कोच भावना सिंह ने।
महिलाओं और युवतियों को आत्मविश्वास और व्यक्तित्व विकास के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से स्पाइसी शुगर संस्था द्वारा फतेहाबाद रोड स्थित होटल आईटीसी मुगल में मास्टर क्लास का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि डॉ रंजना बंसल थीं।
मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित थीं इमेज एवं पर्सनैलिटी ट्रांसफॉर्मेशन कोच भावना सिंह, जो अपने कार्यक्षेत्र में एक सशक्त और प्रेरणादायक नाम हैं।
मुख्य वक्ता का स्वागत हर्षित मेमोरियल दिव्यांग चैरिटेबल सोसाइटी के विशेष बच्चों ने अपने हाथों से बने कार्ड और फूल देकर किया। नन्हीं बालिका कायनात ने नृत्य प्रस्तुति दी।
सेलिब्रेटी इमेज चेंजर और पर्सनेलिटी कोच भावना सिंह का मंच पर परिचय देते हुए संस्थापक अध्यक्ष पूनम सचदेवा ने सवाल जवाब का दौर शुरू किया। जिसके माध्यम से भावना सिंह के जीवन संघर्षों से सदस्य रूबरू हुए। भावना ने कहा कि लोग सोचते हैं कि जिंदगी एक बार मिली है तो खूब खाओ पियो जबकि सोच होनी चाहिए कि जिंदगी एक ही बार मिली है इसलिए इसका ज्यादा ध्यान रखो।
सदस्यों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने असफलताओं को अपनी ताकत में बदला और आत्म-जागरूकता, पुस्तकों के अध्ययन एवं लोगों के अवलोकन के माध्यम से स्वयं को तराशा।
भावना सिंह ने कहा कि व्यक्तित्व केवल बाहरी छवि नहीं, बल्कि आपके भीतर की सोच, दृष्टिकोण और आत्मविश्वास का प्रतिबिंब है। आत्म-साक्षात्कार, स्पष्ट संवाद और सतत अभ्यास से हर व्यक्ति खुद को नए स्तर पर ले जा सकता है।
उन्होंने कहा कि फैशन का दूसरा नाम कंफर्टेबल नहीं बल्कि कॉन्फिडेंस है। ब्रांड आपकी पहचान नहीं बनाते बल्कि आप ब्रांड की पहचान बनते हो।
उन्होंने प्रतिभागियों को आत्मविश्वास बढ़ाने, संवाद शैली सुधारने, और सामाजिक व्यवहार को प्रभावशाली बनाने की व्यावहारिक तकनीकें भी सिखाईं।
मास्टर क्लास के बारे में संस्था की संस्थापक अध्यक्ष पूनम सचदेवा ने बताया कि हमारा उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर, जागरूक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। भावना सिंह जैसी प्रेरणादायक कोच के साथ यह कार्यशाला एक नई दिशा देने वाली रही। मास्टर क्लास में स्पाइसी शुगर के अलावा शहर की विभिन्न संस्थाओं की सदस्याओं सहित अन्य जिलों की महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में सभी का स्वागत पावनी सचदेवा, चांदनी ग्रोवर और शिखा जैन ने किया। शिल्पा माहेश्वरी ने झुमरीतलिया की बसंती की मिमिक्री कर मास्टर क्लास को गुदगुदाया।
इस अवसर पर डॉ ज्योति उपाध्याय, रेनू लाम्बा, संगीता अग्रवाल, कविता अग्रवाल, कोमिला धर, आस्था अरोड़ा, अंशिका बंसल, अनीता, अंजलि, अंकिता अनु, बेला, हरबानी, बरखा, दिव्या, डौली, गरिमा, गिन्नी, हरमीत, जसलीन, माधुरी, माला जसूजा, मनीषा, मंजू, मिनी, मोनिका, नूतन, पायल, पूजा, प्रीति, रानी, रश्मि, रितु, रोमा, शालिनी, सोनाली आदि उपस्थित रहीं।
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