करवा चौथ २०२४ - ये रहेगा शुभ महूर्त, पूजा विधि : एस्ट्रोलॉजर डॉ शिल्पा जैन


एस्ट्रोलॉजर डॉ शिल्पा जैन

नीले नभ पर जिस तरह बिखरती है चांदनी वैसे ही करवा चौथ का त्योहार लाए सबके जीवन में प्यार की रागनी करवा चौथ एक ऐसा त्यौहार है जो विवाहित महिलाओं के लिए बेहद खास होता है यह तोहर पति की लंबी उम्र और सुख समृद्धि की कामना के लिए मनाया जाता है माना जाता है कि इस व्रत को रखने से पति की उम्र लंबी होती है करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास को बढ़ाता है करवा चौथ डेमो समर्पण कवैत माना जाता है इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलर सिंगार करती है जल ग्रहण नहीं करती गाते समय चांद देखने के साथ व्रत खोलती है। आज के दिन सभी महिलाओं के हाथों में मेहंदी रची हुई होती है।

शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर को शाम 5:40 से 7:02 तक रहेगा

2024 में करवा चौथ का व्रत रविवार 20 अक्टूबर के दिन पूरे विश्व मनाया जाएगा। यह वित्त कार्तिक मास की चतुर्थी को रखा जाता है इस दिन भगवान शिव माता पार्वती श्री गणेश भगवान के साथ भगवान कार्तिकेय के साथ करवा माता और चंद्रमा की पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार 20 अक्टूबर रविवार को सुबह 6:46 से चतुर्थी तिथि प्रारंभ हो जाएगी और 21 अक्टूबर सुबह 4:16 तक रहेगी पूजा का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर को शाम 5:40 से 7:02 तक रहेगा। करवा चौथ व्रत की शुरुआत सुबह सूर्योदय से पूर्व सरगी खाकर की जाती है शाम को कड़वा माता और शिव परिवार की पूजा की जाती है इसके पश्चात करवा चौथ की व्रत कथा कहा और सुना जाता है रात को चंद्र देव को आज देकर व्रत का पारण होता है।

पूजा के लिए उत्तर दिशा में चौकी स्थापित कर करें गंगाजल का छिड़काव

करवा चौथ की पूजा के लिए उत्तर दिशा में चौकी स्थापित कर गंगाजल छिड़काव कर लाल या पीले रंग का साफ कपड़ा बिछाना चाहिए। उसके पश्चात करवा माता शिव पार्वती गणेश जी और कार्तिकेय भगवान की स्थापना करनी चाहिए करवा चौथ के दिन मिट्टी के करवे का इस्तेमाल करना अत्यंत शुभ माना जाता है कड़वे पर हल्दी कुमकुम जरूर लगाए और कलवा बांधे।

न करें ये काम 

आज के दिन महिलाओं को सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए, दूसरी महिलाओं को सुहाग का सामान ना दे, अपशब्द ना बोले, बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद ले, सफेद चीजों का दान ना करें, एवं नुकीली चीजों का इस्तेमाल न करें। 

करें ये काम 

गुलाब की इत्र का सेवन अवश्य करें अपने पति को लाल रंग का रुमाल या कपड़ा भेट में दे। काला, ग्रे, नीला, सफेद, भूरा रंगों का इस्तेमाल आज ना करें। गौ माता को होली का तिलक लगाए उनको आज स्पर्श करें एवं भीगे चने की दाल का भोग लगे दुर्गा चालीसा का पाठ करें और दुर्गा मां को श्रृंगार का सामान भेंट करें। तुलसी के पौधे में घी का दीपक एवं चुनरी अवश्य आए और गणेश जी के समक्ष पांच हल्दी का गांठ रखकर गणेश जी के मंत्र का 108 बार जाप करें।

पूजा का सही तरीका 

करवा चौथ व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें व स्वच्छ और साफ-सुधरे कपड़े पहने। उसके बाद साफ हाथों से घर की दीवारों पर गेरु से करवा का चित्र बनाएं। पूजा स्थल पर माता पार्वती और भगवान शिव या अपने पति की तस्वीर को रखें। करवा को पूजा के स्थान पर रखें और उसमें जल भरें। इसके बाद सोलह श्रृंगार के साथ चौथ माता की कहानी सुनें। फिर दिन में सूर्य कोअर्द्ध दें। कथा पूर्ण होने के बाद सभी को शुभकामनाएं देकर बड़े लोगो के पैर भी छुए।

- एस्ट्रोलॉजर डॉ शिल्पा जैन


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