Jandarpan Update : अब आगरा पुलिस और हुई स्मार्ट - लांच किया क्यूआर कोड, स्कैन कर दर्ज हो सकेगी शिकायत आदि कार्य 💢 होटल-रेस्तरां पर नहीं मिला संचालक का नाम , 35 पर लगवाया बोर्ड
अब आगरा पुलिस और हुई स्मार्ट - लांच किया क्यूआर कोड, स्कैन कर दर्ज हो सकेगी शिकायत आदि कार्य
आगरा। देश, शहरों के स्मार्ट होते होते अब आगरा पुलिस भी अधिक स्मार्ट होती जा रही है। आमजन के लिए पुलिस लागातार स्मार्ट और अधिक सुविधा लाता जा रही है। इसी के तहत अब अगर आगरावासीयों को आगरा पुलिसकी सहायता चाहिए? ये जानना है कि कहां जाम लगा है ? रूट डायवर्जन कब से कब तक के लिए किया गया है? साइबर अपराध होने पर क्या करें? आदि समस्या होने पर कहीं भागने की जरूरत नहीं है अब सिर्फ बस क्यू आर कोड स्कैन कर सारी जानकारी उपलब्ध होगी। जी हां आगरा पुलिस ने अपने एक्स एकाउंट को आमजन के लिए शुरु किया है। इस पर आमलोागें को शहर से सबंधित सभी जानकारी मिलेंगी फिर चाहे वह साइबर अपराध होने पर क्या करें जानना हो या कुछ ओर ।
बताते चलें कि अब लोगों को घर बैठे आगरा कमिश्नरेट पुलिस के एक्स एकाउंट के माध्यम से सभी जानकारी शिकायत दर्ज कराने से लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए एक क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया कि आगरा कमिश्नेरट पुलिस का एक्स एकाउंट है। इस पर रोजाना की पुलिस की गतिविधि को अपडेट किया जाता है। इस पर लोग अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए क्यूआर कोड बनाया गया है। इनको थाने चौकियों के साथ बाजारों में भी पोस्टर के माध्यम से लगाया जा रहा है। कोड को स्कैन करके पुलिस के एक्स एकाउंट पर जा सकें। इस पर शिकायत दर्ज करने पर पुलिस की सहायता तुरंत मिलेगी।
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होटल-रेस्तरां पर नहीं मिला संचालक का नाम , 35 पर लगवाया बोर्ड
आगरा। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने होटल, रेस्टोरेंट और - ढाबों पर जांच अभियान चलाया। इस दौरान 35 पर संचालक और लाइसेंस धारक का कोई विवरण दर्ज नहीं मिला। इसके बाद पुलिस द्वारा बोर्ड पर नाम, लाइसेंस नंबर समेत अन्य जानकारी दर्ज करवाई। विभाग ने सभी संचालकों को बोर्ड पर जानकारी दर्ज करवाने के लिए हिदायत भी दी है।
सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय शशांक त्रिपाठी ने बताया कि करीब 21 हजार प्रतिष्ठानों का विभाग में पंजीकरण और लाइसेंस हैं। इनमें से 4 हजार के लाइसेंस हैं। दरअसल, 12 लाख रुपये सालाना व्यापार तक पंजीकरण और इससे अधिक पर लाइसेंस कराना होता है।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अभियान शुरू कर दिया है। पहले दिन होटल- रेस्टोरेंट और ढाबों की जांच में बोर्ड पर नाम नहीं मिले, जिस पर तत्काल 35 पर लगवाया है।
बताते चलें की सीएम के निर्देश के बाद एफएसडीए की टीम ने चलाया अभियान बाकी के संचालकों को हिदायत जल्द लगवाएं जानकारी वाला बोर्ड लगवाने के लिए समय मांगा है। ऐसा नहीं करने पर प्रतिष्ठान का लाइसेंस और पंजीकरण निरस्त किया जाएगा।
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