साहित्य और संगीत के क्षेत्र में रूचिपूर्ण माहौल बनाने संबंधी वाँछित सुधार अपेक्षित"

        आगरा। ताजनगरी में माधुर्य साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था आगरा के तत्वावधान में एक मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। ‌जिसकी अध्यक्षता करते हुए मनोज सिंह ने अपनी काव्यात्मक शैली में सीता हरण संवाद की प्रस्तुति देते हुए कहा कि आज रामलीला की काव्य और संगीतमयी सनातनी परंपरा धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है जो हम सबके लिए विचारणीय है।

          इस अवसर पर ’गंगाशरणम् मासिक पत्रिका’ के प्रधान संपादक कवि डॉ.यशोयश द्वारा ’माधुर्य’ संस्था के सम्मान में निशिराज के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित एक माधुर्य मुखपत्र का लोकार्पण भी किया गया।

          गोष्ठी में काव्य पाठ करने वालों में सर्वश्री ’कवि सम्राट डॉ.राजेन्द्र मिलन, रमा वर्मा, राजीव शर्मा, वरिष्ठ गीतकार शीलेन्द्र वशिष्ठ, परमानंद शर्मा, डॉ. शशि गुप्ता, निशिराज, चंद्रशेखर शर्मा, डॉ.यशोयश, इन्दल सिंह इंदु, संगीता शर्मा ’सरगम’, डॉ. असीम आनंद, नीलम रानी ,सुधा वर्मा, प्रकाश गुप्ता बेबाक, हरवीर परमार’ की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। 

          कार्यक्रम का कुशल संचालन स्वयं संस्थाध्यक्ष निशिराज ने किया। सभी अतिथियों का आभार अभिवादन राजकुमार जैन ने किया।


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