जेठ माह की गर्मी में दोपहिया वाहन चालकों के लिए अमृत बना निगम का ग्रीन नेट की पहल, लोगों ने दिया धन्यवाद


आगरा, 23 मई 2024। उत्तर भारत में पड़ रही भीषण गर्मी के साथ जहां प्रदेश सरकारों, प्रशासन के साथ मौसम विभाग ने इन दिनों और तपाने वाली धूम, गर्मी, उमस की एडवाईजरी जारी की है। वहीं ताजनगरी की बात करें तो इन दिनों लगातार बढ़ते रिकार्ड तोड़ तापमान और लू के थपेड़ों से आम जनमान अपने घरों में परेशान है तो वहीं दे चून की रोटी कमाने के लिए सड़कों पर निकलने वाले दोपहिया वाहन चालकों के लिए इस साल आगरा नगर निगम ने शहरवासियों को राहत देने की अनोखी पहल शुरू की है। बताते चलें कि यूपी से लगे अन्य राज्यों के शहर जैसे इंदौर और जयपुर की तर्ज पर, आगरा में भी शहर के उन प्रमुख चौराहों पर ग्रीन नेट लगाए जाने की व्यवस्था की है। यह उन लोगों के लिए रहत भरी खबर है जो नियमों का पालन करने के लिए इन दिनों तपती दोपहर में चौराहे पर सिग्नल लाल होने पर रूकते हैं। 


क्या है ग्रीन नेट व्यवस्था ?

यह ग्रीन नेट एक प्रकार का जाल होता है जो हरे रंग का होता है और इसे ऊंचाई पर लगाया जाता है। यह जाल धूप और तापमान को कम करने का कार्य करता है। 


पहले ट्रायल में सूरसदन चौराहे पर लगी ग्रीन नेट

बताते चलें कि आगरा के एमजी रोड़ स्थित प्रमुख तीन से चार चौराहों पर लाल सिग्नल पर अधिक समय रखा जाता है और जाम भी बहुत रहता है। इसको लेकर आगरा नगर निगम ने गुरुवार को आगरा के सूरसदन चौराहे पर पहला ट्रायल नेट लगवाया है। तपती दोपहर में वाहन चालकों को गर्मी में काफी देर तक खड़े रहना पड़ता है। वहीं साथ खड़ी कारों, बसों से निकलने वाली हीट से भी खासा परेशान रहते थे। वहीं जब आज वाहन चालकों को सूरसदन चौराहे के सिग्नल पर ये ग्रीन नेट लगी दिखी तो वाहन चालकों इतमिनान से खड़े दिखे। वहीं वाहन चालकों ने निगम प्रशासन को धन्यवाद भी दिया। 

नगरायुक्त अकिंत खण्डेलवाल ने बताया कि सूरसदन चौराहे पर पहला ट्रायल किया गया है। इसकग बाद जल्द ही शहरवासियों को शहर के हर ट्रैफिक सिग्नल पर हस प्रकार की सुविधा मिलेगी।

वही जब यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो हर व्यक्ति निगम की इस पहल का स्वागत करता दिखा।  लोगों का कहना है कि ग्रीन नेट से उन्हें काफी राहत मिलेगी। खासकर उन लोगों को जो पैदल चलकर या दोपहिया वाहनों से यात्रा करते हैं।


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