अभिभावकों की मांगों पर सेंट कोनार्ड में बनी सहमति बाकी पर शिक्षा विभाग लगा निर्णय



आगरा। पढ़ाई के बोझ तले दब रहे अभिभावकों पर मंहगी किताबों की मार के बाद स्कूल्स ने मनमाने ढ़ग से फीस वृद्धि की है। इस वृद्धि के बाद से अभिभावकों की जेब पर भारी असर पढ़ रहा है। इस मनमाने रवैये के बाद से लगातार आ रही शिकायतों के बाद आज पापा संस्था व अभिभावकों ने सेंट कोनार्ड स्कूल के बाहर धरना प्रर्दशन किया।  किताबों के दाम में वृद्धि करने और स्कूल फीस अनियमित रूप से बढ़ा देने का मुद्दा पिछले कई दिनों से गर्म चल रहा था प्रोग्रेसिव एसोसिएशन ऑफ पेरेंट्स अवेयरनेस के द्वारा एक सात सूत्रीय  मांग पत्र पिछले दिनों कलेक्ट्री में प्रदर्शन के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट साहब को दिया गया जिस पर उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को बुलाकर इसका त्वरित समाधान करने को कहा था लेकिन चुनाव में ड्यूटी संबंधित कार्य व्यवस्था में व्यस्त होने की बात करते-करते 24 घंटे भी निकल गए तब जाकर अभिभावकों के सब्र का बांध फिर टूटा और आज सुबह परेशान अभिभावक पापा संस्था के दीपक सिंह सरीन के नेतृत्व में सेंट कोनार्ड के के कॉलेज गेट पर ही धरने पर बैठ गए, अभिभावक जब धरना देने पहुंचे तो कॉलेज के गेट के अंदर से बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय की गाड़ी निकल रही थी अंदर क्या समाधान निकला इसको लेकर सभी अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय की गाड़ी को रोक लिया और उनसे त्वरित समाधान की मांग करी,। 

कॉलेज प्रबंधन के द्वारा अभिभावकों की मांगे ना माने जाने पर धरना लगातार जारी रहा कई बार अभिभावकों की पुलिस से भी झड़प हुई, शांत रूप से अपना धरना दे रहे अभिभावकों को पुलिस ने गिरफ्तारी का भय दिखाकर उकसाने की भी कोशिश करी यहां तक की दीपक सिंह सरीन को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने वहां जीप भी बुलाकर खड़ी कर दी जिसको देखकर पैरेंट उत्तेजित होने लगे, बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा दोपहर में फिर से नगर खंड शिक्षा अधिकारी सुमित कुमार सिंह को उनकी टीम के द्वारा भेजा गया, शाम 6 बजे, कई वार्ता के उपरांत कॉलेज प्रबंधन ने धरना स्थल पर अभिभावकों और शिक्षा अधिकारी के समक्ष यह आश्वासन दिया कि किसी भी अभिभावक को फीस भरने के लिए दबाव नहीं दिया जाएगा शिक्षा विभाग से तय हो जाने के बाद कि कितनी फीस ले सकते हैं उसके बाद ही अभिभावकों से फीस ली जाएगी और अगर इसमें समय भी लगता है तो अभिभावकों से किसी प्रकार की लेट फीस भी नहीं ली जाएगी वहीं दूसरे किताब के बिंदु पर उन्होंने कहा कि अभिभावक अपनी मर्जी से स्कूल की किताबें खरीद सकता है जितनी इस चाहिए, छूट की बात पर उन्होंने कहा कि फादर से आने के बाद इस पर एक बार और चर्चा करी जाएगी, दीपक सिंह सरीन ने बताया की कॉलेज की क्लासेस में 40 बच्चे जहां बैठ सकते हैं वहां पर 70 से 80 बच्चे बिठाए जा रहे हैं जिस पर कॉलेज प्रबंधन ने कहा कि हमारे कॉलेज में क्लासेस का निर्माण किया जा रहा है जैसे ही निर्माण हो जाएगा हम बच्चों को अतिरिक्त सेक्शन बनाकर वहां पर शिफ्ट कर देंगे, री-एडमिशन फीस लेने के सवाल पर इस कॉलेज प्रबंधन गोल-गोल जवाब देने लगा जिस पर मौजूद शिक्षा विभाग की टीम ने कहा कि इस विषय में यदि अभिभावक प्रमाण देते हैं तो अभिभावकों की इस समस्या का भी निराकरण किया जाएगा स्कूल की सुनवाई लगा दी गई है. पापा संस्था की टीम दो दिन में री-एडमिशन के साक्ष्य एकत्रित करके स्कूल की सुनवाई के समय प्रस्तुत करेगी, आज के धरने में प्रमुख रूप से दीपक वर्मा, मनोज गोयल, शैलेंद्र सिकरवार, दिग्विजय शर्मा, आशुतोष वर्मा, राधा सिंह,।कल्पना चावला, रितु अग्निहोत्री, नीलम वर्मा आदि शामिल रहे ।

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