बसंत पंचमी कल : जानें पूजा विधि - जानें अपनी राशी अनुसार क्या करें उपाय : डॉ शिल्पा जैन

 



    हे शारदे मां हे शारदे मां अज्ञानता से मुझे तार दे मां

बसंत पंचमी आते ही सारे भारतवासियों के हृदय में खुशी का संचार हो जाता है। एक सुंदर सा ऋतु परिवर्तन मौसम परिवर्तन का यह संकेत लाता है। 2 महीने से धरती माता ने शीत की चादर ओढ़ रखी थी और अब धरती मां भी अंगराईयां लेकर जागृत हो रही है। हवाऐ बदलने लगी है मौसम में परिवर्तन आने लगा है। इसीलिए हम भी इस परिवर्तन के लिए तैयार हो जाते हैं और खुशी-खुशी इसका स्वागत करते हैं। हम सब भारतवासी बहुत ही खुशनसीब है क्योंकि दुनिया के किसी भी प्रदेश में ना इतने त्यौहार हैं और ना ही इतना ऋतु परिवर्तन है। दुनिया में कई प्रदेश ऐसे हैं जहां सिर्फ एक हीऋतु रहती है। कई प्रदेश ऐसे होते हैं जहां सिर्फ दो ऋतु होती हैं और कई प्रदेशों में तीन ऋतु होती है

किंतु भारत में हम छह ऋतु का अनुभव करते हैं। इसी प्रकार आज बसंत पंचमी यानी बसंत बहार का आगमन है। बसंत पंचमी के दिन अनेक पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई है जिनमें से एक कथा है कि मां शबरी झूठे बेर इकट्ठे किए की भगवान राम जी आएंगे और यह बेर खाएंगे। और आज ही के दिन श्री राम ने मां सबरी को दर्शन दिए और वो बेर भी खाएं। अतः यह ऋतु हमें संकेत देती है कि हम जितना परमात्मा को निस्वार्थ भाव से प्रेम करेंगे तो परमात्मा भी हमें दर्शन अवश्य देंगे। एक सबसे प्रचलन में जो मान्यता है कि आज मां सरस्वती का जन्मदिन है आज ही के दिन मां ने बिना बजाते हुए सबों के अंदर ज्ञान का बीज डाला। सबो में वाक शक्ति आने लग गई और विद्या का महत्व सभी समझने लगे। खासकर आज के दिन मां सरस्वती का ध्यान और पूजा करते हैं उनकी बुद्धि तीव्र होती चली जाती है। और मां सरस्वती का वरदान प्राप्त करते हैं। मां का दिव्य स्वरुप जब हम देखते हैं तो वह हमें बहुत ही सुंदर प्रेरणा देता है। मां सरस्वती को सफेद वस्त्र धारी दिखाते हैं जो  स्वच्छता और पवित्रता का प्रतीक है। मां हंस पर बैठी हुई होती है इसीलिए मां को हंस वाहिनी भी कहा जाता है और हंस की विशेषता होती है नीर और क्षीर को परखकर अलग करता है। जो मां की सरस्वती की वरदान को प्राप्त करता है उसके अंदर भी यह प्रतिभा विकसित हो जाती है जो सत्य और असत्य को अलग कर सकता है। माता का एक हाथ वरद हस्त के रूप में दिखाया है जो यह बताता है कि मां सबों को आशीर्वाद प्रदान करती है। वरदानी स्वरुप है उनकी कृपा हम आसानी से प्राप्त कर सकते हैं किंतु उसके लिए हमें अपना मन को निर्मल रखना होगा अगर मन में किसी भी प्रकार का अहंकार आ जाए तो मां सरस्वती का वरदान हमें प्राप्त नहीं होगा। हाथ में ज्ञान की अनेक पुस्तकें जिसके कारण हमें विद्या का वरदान सहजता से प्राप्त हो जाता है। हाथ में माला  दिखाई गई है इसका मतलब है हमेशा परमात्मा के ध्यान में रहे जाप अपाजाप लगातार ह्रदय में चलता रहे। हाथों में वीना दिखाई गई है जिसका अर्थ है हमारी वाणी वीना की मधुर ध्वनि जैसी हो ना कि तीर जैसी तभी मां सरस्वती का वरदान हमें प्राप्त होगा।

2024 में 14  फरवरी  के दिन  ज्ञान की देवी मां सरस्वती का आराधना का विशेष दिन है। हर साल माघ शुक्ल की पंचमी तिथि के दिन पूरे भारतवर्ष में बसंत पंचमी धूमधाम से मनाया जाता है। यह एक अबूझ मुहूर्त है अर्थात इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना पंचांग देख कर कर सकते हैं । 

ये हैं शुभ महूर्त 

14 फरवरी बुधवार के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:01 से लेकर से दोपहर 12:35 तक रहेगा। आज के बाद बसंत ऋतु की शुरुआत होती है ।पूरी प्रकृति पीले आवरण से ढक जाती है। होली पर्व की शुरुआत भी आज ही के दिन से मानी जाती है।

 अगर किसी विद्यार्थी की कुंडली में पंचम भाव कमजोर हो तो इस दिन उनसे मां सरस्वती की पूजा अवश्य कर आनी चाहिए बुध और गुरु विद्या के कारक ग्रह है अगर बुध कमजोर हो तो मां को हरा माला अर्पित करें और अगर गुरु कमजोर हो तो मां को पीला फल अर्पित करें।आज के दिन  सरकारी स्कूल एवं प्राइवेट स्कूलों में विद्या की देवी का पूजा आयोजित किया जाता है जिसमें विद्यालय के सभी विद्यार्थी पूरी श्रद्धा के साथ वंदना करते हैं और विद्यार्थी जीवन तक उनकी कृपा बनी रहे और आगे भी जीवन में मां सरस्वती की कृपा बनी रहे ऐसा आशीर्वाद मांगते हैं ।भारतवर्ष में विशेषकर यह मान्यता है कि  सरस्वती पूजा  सिर्फ विद्यार्थी वर्ग के लिए है  यह मान्यता बिल्कुल गलत है क्योंकि ज्ञान की आवश्यकता सभी इंसान को होती है। बिना ज्ञान हम एक कदम भी आगे बढ़ नहीं सकते हैं ।अज्ञानी व्यक्ति जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता है ।मां सरस्वती की कृपा होने से आपकी वाणी श्रेष्ठ होती है, आपका निर्णय श्रेष्ठ होगा। कितनी भी संपत्ति आप कमा लें लेकिन अगर मां सरस्वती की कृपा नहीं होगी तो आप उस संपत्ति का उस धन का सदुपयोग नहीं कर पाएंगे। इसीलिए जीवन में ज्ञान रूपी धन का होना बहुत आवश्यक है। अगर हम अपना जीवन सफल बनाना चाहते हैं और ज्ञान संबंधित कोई भी समस्याएं हमारे जीवन में ना आए तो मां सरस्वती की आराधना सिर्फ एक ही दिन नहीं बल्कि प्रत्येक दिन करनी चाहिए इससे हमारा यह भव और आने वाला भव भी सुधरेगा। हमारी धन-संपत्ति यहीं रह जाएगी किंतु ज्ञान रूपी धन हमारे साथ परभव में भी साथ जाएगा।

अपने पूर्व भव में अज्ञानता के कारण ज्ञान की अवहेलना करने से जो भी इस जन्म में गूंगे हैं जिनकी बोली स्पष्ट नहीं है जो बोलने में समर्थ नहीं है ऐसा घोर कर्म बंधन के कारण होता है अतः आज के दिन उन्हें विशेष रूप से मां सरस्वती की आराधना करनी चाहिए और जिन्होंने पुण्य कर्म का बंधन करके ज्ञान अर्जित किया है उन्हें ऐसे लोगों का मजाक कभी भी नहीं उड़ाना चाहिए क्योंकि इससे और कर्म बंधन होता है। ज्ञानी पुरुष की या ज्ञानी महिला की विशेष रुप से अनुमोदना करनी चाहिए अनुमोदना करने से हमारे कितने ही कर्म बंद कट जाते हैं और वही एक तरफ अगर हम किसी भी ज्ञानी का अपमान करते हैं या मजाक बनाते हैं तो हमारा घोर कर्म बंधन होता है, जो हमें आने वाले भव में बहुत पीड़ा पहुंचाने वाला होगा। हम मनुष्य के जीवन में वाणी का बहुत महत्व है इस वाणी के द्वारा ही हम किसी के भी दिल में उतर सकते हैं या किसी के दिल से उतर सकते हैं और यह वाणी मां सरस्वती की देन है जितनी मां सरस्वती की कृपा हमारे जीवन में होगी हमारी वाणी की श्रेष्ठता उतनी ही अधिक होगी। ऐसी मान्यता है ऐसा उत्तम पुरुषों का कहना है प्रत्येक दिन 24 घंटे में कुछ क्षण ऐसा होता है जब हमारे मुख में सरस्वती का वास होता है अतः हमें अपने मुख से कभी भी अपशब्द नहीं निकालना चाहिए।

 पूजन विधि- 

आज के दिन मां सरस्वती की प्रतिमा को स्थापित करें उनकी पूजा पक्ष आल करें मां सरस्वती को सफेद वस्त्र पहनाए एवं स्वयं पीला वस्त्र पहन कर उनकी पूजा करें केसर चंदन अर्पित करें पीला फल पीला फूल अर्पित करें अपने ज्ञान के उपकरणों की पूजा उनके समक्ष रखकर करें मां सरस्वती को संगीत की देवी माना गया है अतः संगीत के उपकरणों की भी पूजा आज के दिन की जानी चाहिए हल्दी वाला चावल एवं केसर युक्त खीर मां को अर्पित करें अपने पढ़ाई की टेबल की साफ सफाई करें खाद्य पदार्थ कभी भी विद्या प्राप्ति की जगह पर नहीं रखना चाहिए अपनी कलम और विद्या प्राप्ति की चीजों का आदर करें एवं उनकी पूजा करें ।आज के दिन केला और पपीते का दान श्रेष्ठ माना जाता है। हमारे जीवन में सभी के कोई ना कोई गुरु जरूर होते हैं अतः आज के दिन अपने गुरु से मिले ,गुरु का आशीर्वाद लें। आज के दिन मोर पंख का विशेष महत्व है। आज मोर पंख खरीदे, मां के सामने रखें एवं हल्दी से 11 बार उसमेंछींटे डालें और ओम  एम नमः का जाप करें ऐसा करने से सभी ग्रह शांत होते हैं राहु ग्रह अपना शुभ फल देंगे। मोर पंख अपने घर में साउथ ईस्ट में लगाएं। मां के समक्ष हल्दी मिश्रित घी का दीपक जलाएं। जिन भी छोटे बच्चों की विद्या का आरंभ अभी तक नहीं हुआ है आज के दिन उनकी विद्या का आरंभ कराएं ऐसा करने से मां सरस्वती की कृपा उनके जीवन में सदा बनी रहेगी। मां के समक्ष पीले चावल का भोग लगाएं एवं स्वयं भी उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करें।

  सर्व मंगल की तरफ से ऐसी कामना करती हूं कि आज का दिन मां सरस्वती की आराधना में आप सबका बीते और मां सरस्वती की कृपा आप पर बनी रहे आपकी वाणी इतनी मधुर हो कि दूसरों के दिल को जप्त करें क्योंकि वाणी एक ऐसा शस्त्र है जो किसी के दिल को चीड़ भी सकता है और किसी के दिल को जीत भी सकता है अतः मां सरस्वती की कृपा पाने के लिए उपयुक्त उपाय अवश्य करें एवं सिर्फ 1 दिन ही उनके लिए अर्पित न किया जाए प्रत्येक दिन प्रत्येक घंटा उनका स्मरण हमारे जीवन में रहे ऐसी कामना करें।

राशियों के अनुसार किए जाने वाले उपाय-

मेषराशि सफेद रंग के वस्त्र पहनकर मां सरस्वती की पूजा करें सरस्वती कवच का पाठ करें, ।

वृष राशि मां सरस्वती को सफेद चंदन से तिलक करें एवं पीला फूल अर्पित करें इससे ज्ञान में वृद्धि और मनोकामना पूरी होगी

मिथुन राशि के लोग विधि विधान से मां की पूजा करें पीले मीठे चावल का भोग लगाएं और और हरे रंग की कलम  मां को चढ़ाएं इससे कार्यों में सफलता प्राप्त होगी

कर्क राशि वाले लोग आज के दिन मां सरस्वती को खीर का भोग लगाएं और इस दिन गायत्री मंत्र की एक माला अवश्य पढ़ें

सिंह राशि वाले लोग मां सरस्वती की पूजा करें एवं गायत्री मंत्र का जाप करें इससे शिक्षा में अपार सफलता और इच्छा पूरी होती है

कन्या राशि वाले लोग पूजा के बाद शिक्षा से संबंधित चीजें पुस्तके कलम पेंसिल आदि का दान करें इससे आपके जीवन में आ रही विद्या संबंधित परेशानियां दूर होगी

तुला राशि वाले लोग के पश्चात सफेद वस्त्रों सफेद चीजों का दान करना शुभ होगा इससे वाणी से जुड़ी किसी भी परेशानी से निजात मिलेगी

वृश्चिक राशि के लोग की आराधना करने के बाद चरणों में शिक्षा से जुड़ी कोई भी लाल रंग की वस्तु अर्पित करें इससे मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है

धनु राशि के लोग सरस्वती को बेसन के लड्डू या पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं इससे सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी

मकर राशि वाले लोग आज के दिन पूजा के बाद किसी भी जरूरतमंद को चावल और शिक्षा से जुड़ी चीजों का दान करें इससे कार्य में सफलता के योग बनेंगे।

कुंभ राशि वाले लोग पूजा के पश्चात सफेद मिठाई का भोग लगाएं और मां को विद्या से जुड़ी वस्तुएं अर्पित करने के बाद इन्हें दान करना चाहिए ऐसा करने से मां सरस्वती की विशेष कृपा प्राप्त होगी

मीन राशिवाले लोग के पश्चात छोटी कन्याओं को पीले रंग के वस्त्र दान करने चाहिए इससे आ रहे कैरियर में परेशानियां दूर होती है।

 उपयुक्त उपाय के साथ ही साथ अगर आज के दिन विशेषकर पीला वस्त्र धारण कर मीठे चावल का भोग लगाकर जरूरतमंदों को ज्ञान की चीजें वितरित कर और मां सरस्वती के मंत्र का जाप कर के आप मां सरस्वती का कृपा पा सकते हैं।

जैन समुदाय के लोग भक्तांमर के छठे नंबर के श्लोक का जाप अवश्य करें। आज अगर आपके शहर में कोई संत विराजमान है तो आज उनका दर्शन अवश्य करें उन्हें किसी भी प्रकार का शास्त्र भेंट करें ज्ञान की वस्तुएं भेंट करें। जो व्यापार में सफलता पाना चाहते हैं आज के दिन ओम क्लीम नमः का जाप लाल वस्त्र पहनकर करें,।

उपरोक्त बताए गए सभी उपायों को करने से सरस्वती की कृपा आप पर अवश्य बरसेगी और यह बसंत पंचमी आपके जीवन में बसंत लेकर आएगा इसी भावना के साथ मां सरस्वती के चरणों में वंदन

तू स्वर की दाता है  तू ही वर्णों की ज्ञाता

तुझको ही  नवाते  शीश

हे शारदा मैया दे अपना आशीष

- डॉ शिल्पा जैन की कलम से

Comments

  1. ज्ञान की देवी माँ सरस्वती आप सभी को विद्या प्रदान कर आत्मतत्व ब्रह्मतत्व प्रदान करे।अयम् आत्मा ब्रह्म ।प्रज्ञानमानन्दम् ब्रह्म । तत्त्वमसि ।सच्चिदानन्दोऽहम् ।ॐश्री सरस्वतेयनमः।

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