हम तो भैया नहीं सुधरने वाले, चाहे किसी की जान ही क्यों न चली जाए....



पिछले दिनों सिकंदरा चौराहे से भगवान टाकिज आते वक्त गुरूद्वारा पर हुए हादसे के बाद से हरकत में आई पुलिस और प्रशासन अब ट्रैफिक को चुस्त-दुरस्त करने में जुट चुका है। नित्य अभियान चलाकर ऑटो में सीमित मात्रा में सवारियों को बैठाने के आदेश दिये जा चुके हैं। तो वहीं आटो में ड्राइवर सीट के अलावा लगी एक्स्ट्रा सीटों को हटाया जा रहा है। वहीं अब ट्रफिक नियमों का पालन न करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होती दिख रही है। 

लेकिन इस बीच भी अभी कई आटो, मयूरी चालकों की मानमानी देखने में आ रही है। पिछले दिनों हुए हादसे से भी इन लोगों ने कोई सबक नहीं लिया है।


वाटरवर्क्स, दोपहर 12:30 बजे

रामबाग चौराहे से 50 मीटर आगे जवाहर पुल से निकलकर पुलिस ने ऑटो के स्टैंड के रूप में जगह चिह्नित की। यहां सफेद पट्टी भी कर दी गई। मगर, इससे समस्या का समाधान नहीं हुआ। बसों के रुकने पर ऑटो चालक सवारियों को रोक रहे थे। लोगों के हाईवे पर खड़े होने की वजह से पीछे से आते भारी वाहनों के चपेट में आने का खतरा बना हुआ था।


भगवान टाकीज, दोपहर 1:00 बजे

सर्विस रोड पर दिल्ली की ओर जाने वाली निजी और सरकारी बसों के ठहराव से जाम लग रहा था। पुल के नीचे खड़ीं निजी गाड़ियां सवारियोंं को भरने के लिए एक-एक करके आ रही थीं। पुलिस ने थाना न्यू आगरा के सामने से सीज वाहनों को हटवा दिया। मगर, दयालबाग की तरफ जाने वाले रास्ते पर अतिक्रमण से दोपहर के समय वाहन फंस रहे थे।

गुरुद्वारा गुरु का ताल, दोपहर 1:30 बजे

सर्विस रोड पर दोनों तरफ से वाहन चल रहे थे। इससे वाहनों से हादसे का खतरा बना हुआ था। ट्रैफिक लाइट चार दिन बाद भी नहीं लग सकीं। पुलिस कर्मी यातायात व्यवस्था संभाल रहे थे, लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हो रहा था। सर्विस रोड और हाईवे पर वाहनों की लाइन लगी रही। गलत दिशा से वाहन निकल रहे थे।



सिकंदरा चौराहा, दोपहर 2:00 बजे

ओवरब्रिज की तरफ बैरियर लगाए गए थे, लेकिन इन्हें 12 घंटे बाद ही हटा लिया गया। चौराहे से बाईंपुर व थाने की तरफ वाहन गलत दिशा से निकल रहे थे। ट्रैफिक लाइट नहीं जल रही थीं। इस कारण पुलिसकर्मी ही वाहनों को रोक रहे थे। पुलिस कर्मी जहां से आटो हटाते थे, वहां कुछ देर बाद फिर से खड़े हो जा रहे थे।


विभागों के साथ समन्वय कर होगी बैठक

पुलिस आयुक्त डाॅ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए मंडलायुक्त के साथ संयुक्त बैठक की जाएगी। इसमें संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को भी बुलाया जाएगा। इसमें बेहतर ट्रैफिक संचालन को किए जाने वाले प्रयास के बारे में सुझाव लिए जाएंगे। कहां अवैध पार्किंग की समस्या है? कहां रोड इंजीनियरिंग में बदलाव किया जाना है? वाहनों का स्टॉपेज कहां होना चाहिए? रोड साइनेज, मार्किंग, डिवाइडर बनाने, रिफलेक्टर लगाने पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा।

Comments