अपने वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को जारी रखते हुए, वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस ने आगरा के एयरफोर्स स्टेशन से एक मॉनिटर लिज़र्ड (गोह) को सफलतापूर्वक बचाया। गोह को कमांडर के निवास स्थान के लॉन के अंदर रखे लकड़ी के बाक्स में फंसा हुआ पाया गया, जिसकी सूचना तुरंत आपातकालीन बचाव हेल्पलाइन (+91-9917109666) पर वाइल्डलाइफ एसओएस को दी गई।
हाल ही में, वाइल्डलाइफ एसओएस की रैपिड रिस्पांस यूनिट ने आगरा एयरफोर्स स्टेशन के अंदर आवासीय इमारत से मॉनिटर लिज़र्ड (गोह) को सफलतापूर्वक बचाया। घटनास्थल पर पहुंचने पर, टीम ने गोह को लॉन के अंदर रखे एक लकड़ी के बॉक्स में फंसा हुआ पाया, जिसके बाद रेस्क्यू टीम ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए उसे सफलतापूर्वक निकाला।
खुद को बचाने के कठिन परिश्रम से यह स्पष्ट रूप से ज़ाहिर हो रहा था की वह बुरी तरह थक चुकी थी! रेस्क्यू के पश्च्यात मॉनिटर लिज़र्ड को एनजीओ की पशु चिकित्सा टीम द्वारा चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया। उसके वापस से स्वस्थ होने पर, सरीसृप को उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया।
बंगाल मॉनिटर लिज़र्ड भारत की मूल प्रजाति है। आमतौर पर झाड़ियों, पार्क और जंगलों में रहने वाली ये छिपकलियां मुख्य रूप से छोटे जानवर और उनके अंडे, पक्षियों, कृंतकों और कीड़ों को खाकर ईकोसिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I के तहत सूचीबद्ध, इस प्रजाति को अक्सर गलत धारणाओं के कारण और उनके मांस और शरीर के अंगों के लिए मार दिया जाता है, जिससे उनकी आबादी के लिए खतरा पैदा होता है।
Comments
Post a Comment