कार्तिक पूर्णिमा : जानें शुभ महूर्त : डॉ शिल्पा जैन


सर्व मंगल की ओर से कार्तिक पूर्णिमा की बहुत-बहुत बधाई। हमारे जीवन में शरद पूर्णिमा का जितना महत्व है उससे कहीं ज्यादा कार्तिक पूर्णिमा का महत्व है। जैसा हम सब जानते हैं कि कार्तिक मास भगवान विष्णु का प्रिय मास है। इस मास में विष्णु जी की पूजा का बहुत महत्व है ।कार्तिक स्नान एवं दीपदान तो पूरे महीने किया जाता है किंतु कार्तिक पूर्णिमा में दीपदान का बहुत महत्व है। मनुष्य और देव दोनों ही दीपावली का त्यौहार मनाते हैं ।हम मनुष्य अमावस्या के दिन दिवाली मनाते हैं और देवगन कार्तिक पूर्णिमा के दिन दिवाली मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि आज स्वर्ग से देवता गंगा नदी के तट पर आकर दीप प्रज्वलित करते हैं और दीपावली मनाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु एवं शंकर जी की पूजा की जाती है ऐसी मान्यता है कि आज विष्णु जी निंद्रा से उठे थे इस कारण से आज के दिन देवता गण साक्षात धरती पर आते हैं और दिवाली मनाते हैं। और आज ही के दिन से विवाह का उपयुक्त समय शुरु होता है। इस दिन कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर के दिन मां लक्ष्मी जी की भी पूजा करना बहुत ही श्रेयस्कर माना गया है।

आज ब्रह्म मुहूर्त में उठकर घर की दहलीज की सफाई करें गंगाजल का छिड़काव करें साइकिल तुलसी जी के समक्ष और घर की दहलीज में दोनों तरफ दीपक प्रज्वलित करें। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का बहुत महत्व है क्योंकि देवता स्वयं धरती पर आकर गंगा के तट पर दीप से मां की पूजा करते हैं एवं भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। आज के दिन सत्यनारायण की कथा का भी बहुत महत्व है। आज भगवान विष्णु मां लक्ष्मी एवं शिवजी की पूजा की जानी चाहिए। भगवान विष्णु को पीले रंग की वस्तुएं अर्पित करें ,विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें ,पांच दीपक अपने घर पर अवश्य लगाएं- पहला दीपक कुलदेवी के नाम का मंदिर में प्रज्वलित करें, दूसरा दीपक मां तुलसी के नाम का दीपक में हल्दी मिलाकर एवं ओम नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करते हुए मां तुलसी को अर्पित करें ,तीसरा दीपक भगवान शिव के नाम का ओम नमः शिवाय बोलते हुए साबुत चावल के ऊपर दीपक प्रज्वलित करें ,चौथा दीपक पीपल के पेड़ के पास भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी जी के मंत्र को ध्यान में रखते हुए प्रज्वलित करें एवं पांचवा दीपक कुबेर जी के नाम का जहां पर भी आप अपने घर में धन संपत्ति रखते हैं वहां पर एक कुबेर जी का नाम का दीपक अवश्य लगाएं। अगर आपके घर के आसपास केला, पीपल और आंवला का पेड़ है तो वहां भी दीपक जलाना श्रेष्ठ माना गया है ।अगर आपके निवास के समीप कोई नदी है तलाब है गौशाला है वहां पर भी दीपक अवश्य जलाएं। आज के दिन चंद्रमा को भी अरघ अवश्य देना चाहिए। जिनके भी कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है आज के दिन चंद्रमा के समक्ष कुछ देर अवश्य बैठे एवं ध्यान करें एवं चंद्रमा की रोशनी को अपने अंदर निहित करें।

आज देवताओं के संग हम मनुष्य भी भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त करें जिससे कि हमारे जीवन में अष्टलक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो तो भाग्य में वृद्धि हो संतान का सुख हो निरोगी काया हो अतः देव दिवाली हम भी उत्साह पूर्वक मनाएं एवं अपने जीवन में खुशियों का संचार हो ऐसा मां से एवं भगवान विष्णु से प्रार्थना करें ।

आज के दिन तामसिक भोजन का त्याग करें घर में कल कालिज एवं विवाद ना करें काला कपड़ा धारण न करें एवं ज्यादा से ज्यादा मां लक्ष्मी की आराधना करें एवं चंद्रमा की समक्ष कुछ देर अवश्य व्यतीत करें।

एस्ट्रोलॉजर शिल्पा जैन की कलम

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