कूड़ा फेंकने को लेकर पड़ौसीयों ने विदेशी महिला, भाई को पीटा और पुलिस टहलाती रही....


आगरा। कूड़ा फेंकने को लेकर हुई मामूली बहस के बाद दबंग पड़ौसी और उसके गुर्गों ने कजाकिस्तान की महिला, उसके भाई और भारतीय नागरिक पति को पुलिस के सामने जमकर पीटा। आरोप है कि सीसीटीवी में घटना दर्ज होने के बाद भी 22 दिन तक थाना पुलिस पीड़ित को टहलाती रही।  बाद में पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और उनके निर्देश पर मुकदमा दर्ज हुआ है।


कूड़ा फेंकने पर हुआ विवाद

मलपुरा के दीक्षा केसीआर टाउन में तजाकिस्तान की रहने वाली नीलूफर मखसुदोव अपने पति अर्जुन कुमार के साथ रहती हैं। बीते माह उनका भाई मुरोदजान मखसुदोव पर्यटक वीजा पर भारत आया है। नीलूफर का आरोप है कि 29 सितंबर को उनके आवास के नीचे रहने वाले कालोनाइजर सुनील चाहर और उनकी पत्नी नेहा ने कूड़ा फेंकने को लेकर विवाद किया। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। दबंग सुनील ने अपने कुछ साथियों और थाना पुलिस को बुला लिया। पुलिस के सामने ही सुनील के साथियों ने उन पर हमला बोल दिया।


पुलिस की मौजूदगी में मारपीट घटना सीसीटीवी में कैद

गर्भवती होने के कारण पति और भाई उन्हें बचाने आए तो उनके साथ भी मारपीट की गई। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई। पुलिस  पति और भाई को ही थाने ले गई और शाम तक बिठा कर रखा। इसके बाद दूसरे पक्ष के एक युवक और मेरे पति व भाई के ऊपर 151 धारा लगाकर चालान कर दिया। गर्भवती विदेशी पीड़िता लगातार कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर लगाए पर सुनवाई नहीं हुई। चार बार पुलिस कमिश्नर के कार्यालय गई पर जनकपुरी और राम बारात के कारण व्यस्तता के चलते कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह से मुलाकात नहीं हो पाई। 17 अक्टूबर को वो अपने अधिवक्ता दीपक बाबू के साथ उन्होंने एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर के आवास पर मुलाकात हुई। पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी मलपुरा को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद भी 20 अक्टूबर को थाने में घंटों बैठने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।

थाना प्रभारी अजय सिंह का कहना है कि दोनों पक्षों में झगड़े की सूचना पर पुलिस गई थी। थाने पर दोनों में समझौता हो गया था पर पुलिस ने धारा 151 के तहत कार्रवाई की थी। विदेशी महिला द्वारा इसके बाद भी मुकदमे का दबाव बनाया जा रहा था। अधिकारियों के आदेश पर शुक्रवार को मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद मुकदमा दर्ज होने में तीन दिन का समय लगने के बारे में वो कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे पाए।

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