सप्तरंग सिंगर्स ग्रुप के हिंदी दिवस समारोह पर प्रतिष्ठित गीतकारों को समर्पित एक शाम सजाई गई जिसमें उनको यादकर गाने भी गाए



हिंदी कि वे प्रतिष्ठित गीतकार जिन्होंने साहित्य क्षेत्र में भी योगदान दिया और सिनेमा के परदे पर भी उनके गीत गाए  उनको समर्पित एक विशिष्ट कार्यक्रम आज यूथ हॉस्टल में संपन्न हुआ । मुख्य अतिथि आईसीसी आर दिल्ली के सांस्कृतिक अधिकारी सुनील विश्वकर्मा ने कहा, यह एक आवश्यक और अनूठा प्रयोग है ताकि हमारी नई पीढ़ी जाने कि हमारे फिल्म संगीत में साहित्य की भी पूरा स्थान है।

 आयोजन का शुभारंभ सुशील सरित की सरस्वती वंदना से हुआ । डॉ प्रदीप श्रीवास्तव ने मल्हार प्रस्तुत की  ।जसपाल खुराना, रूपेश मल्होत्रा ,संजय गोयल ,राजू सक्सेना, शिखा लहरी ,विजय गुप्ता ,अजय श्रीवास्तव आदि ने गुलजार ,अनजान, पंडित प्रदीप, शैलेंद्र, माया गोविंद और पंडित योगेश शर्मा के फिल्मों में आए हुए गीत प्रस्तुत किये। 

सुशील सरित ने बताया की अमृतलाल नागर ,बाल कवि बैरागी, सुमित्रानंदन पंत , केदार शर्मा जैसे दिग्गज साहित्यकारों के गीत  भी फिल्मों में लोकप्रिय हुए । दिनेश श्रीवास्तव ने कहा उत्सव का गीत जिसे वसंत देव ने लिखा था दिल क्यों बहका रे बहका आधी रात को और राजेंद्र कृष्ण के गीत आज भी पूर्ण साहित्यिक होते हुए भी अपनी जगह बनाए हुए हैं।

शशि शिरोमणि ने बताया की आगरा की सोम ठाकुर और सुनील साथी सुरेंद्र साथी तथा सुशील सरित के गीत भी फिल्मों में आए हैं।

 श्रेष्ठ गायक का सम्मान अजय श्रीवास्तव और श्रेष्ठ गायिका का सम्मान शिखा को भी विशिष्ट अतिथि शशि  शिरोमणि एवं मुख्य अतिथि सुनील विश्वकर्मा एवम समाज सेवी एवम कला गुरु मिसेज पूर्ति और वंदना गुप्ता ने प्रदान किया । धन्यवाद जसपाल खुराना ने दिया

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