रामचरितमानस पर तमाम बहस के बाद अब हिंदूवादी संगठन रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग को लेकर आए सामने आए


Agra. पूरे देश में चल रही रामचरितमानस पर तमाम बहस के बाद अब हिंदूवादी संगठन रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग को लेकर सामने आए हैं। अखिल भारत हिंदू महासभा और बजरंग सेना ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने हेतु सतत अभियान चलाने की बात कही है। अखिल भारत हिंदू महासभा और जय बजरंग सेना ने संयुक्त रूप से रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने हेतु हस्ताक्षर अभियान चलाया है। उन्होंने बताया कि कोठी मीना बाजार पर चल रही जगतगुरु राम स्वरूपानंद महाराज की रामकथा में अखिल भारत हिंदू महासभा रामचरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने के लिए जन संवाद कार्यक्रम और जन जागरूकता अभियान चला रही है। जिसके अंतर्गत 25 सितंबर को रामचरित मानस की 1100 प्रतियों को सनातनियों में वितरित किया जाएगा।

हिंदूवादी संगठन जय बजरंग सेना के संयोजक नितिन उपाध्याय ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि लगातार पूरे देश में सनातनियों के ऊपर तमाम तरह के वैचारिक प्रहार किया जा रहे हैं जिसको लेकर सनातनियों में रोष व्याप्त है। रामचरितमानस को लेकर हो रही आपत्तिजनक टिप्पणियों के खिलाफ लगातार हिंदूवादी संगठन समय-समय पर अभियान चलाकर उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने का भी काम किया है अब समय है कि रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जाए जिसको लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा और बजरंग सेवा संयुक्त रूप से पूरे देश में अभियान चलाएगी 

अखिल भारत हिंदू महासभा और जय बजरंग सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट का कहना था कि पिछले दिनों मंत्री स्टालिन ने भी रामचरितमानस को लेकर टी की टिप्पणी की थी तो वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मोर हमेशा से रामचरितमानस को लेकर तलाक टिप्पणी करते हुए नजर आए हैं। ऐसे लोगों के लिए आगरा के पागलखाने में बैठ बुक कर दिया है और जल्द ही उनका इलाज भी यहां करवाया जाएगा।

अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य और स्टालिन को आगरा लाने के लिए हवाई जहाज की टिकट भेजी गई थी लेकिन दोनों नेता अपना इलाज करने के लिए आगरा नहीं आए हैं अब आगरा नगर निगम की स्वान पकड़ने वाली गाड़ी को भेजा जाएगा जिससे उन्हें पकड़ कर आगरा के मानसिक चिकित्सालय में लाया जा सके

Comments