सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत 18 अगस्त को रात 8:01 से हो रही है उदया तिथि 19 अगस्त को होगी अतः हरियाली तेज 19 अगस्त शनिवार के दिन मनाया जाएगा। हरित हरियाली तीज और शनिवार का सहयोग आज के दिन साईं काल गरीबों को भोजन अवश्य कराएं सुबह प्रथम रोटी गाय के लिए निकालें एवं उस रोटी में दीया हल्दी लगाकर पूजा के पश्चात गाय की साथ परिक्रमा लगाएं एवं और रोटी खिलाएं।
महिलाओं का खास त्योहार माना गया है इस दिन महिलाएं अपनी सुहाग की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है ।इस त्यौहार को मुख्य रूप से राजस्थान, उत्तर प्रदेश ,बिहार और हरियाणा के राज्यों में मनाया जाता है। हर जगह ताजगी और हरियाली दिखती है इसलिए सावन महीने की तीज को हरियाली तीज के नाम से जाना जाता है। यह त्योहार भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित है। आज के दिन हर रंग धारण करने का बहुत महत्व है। ऐसी मान्यता है कि हर रंग धारण करने से और आज के दिन हर रंग की चूड़ियां और मेहंदी लगाने से पति की आयु लंबी होती है। हरा रंग बुध ग्रह का भी प्रतीक है बुध ग्रह वाणी और बुद्धि के ग्रह माने गए हैं हरा रंग धारण करने से बुध ग्रह बलवान होते हैं वाणी में मधुरता आती है और एक सुखी वैवाहिक जीवन के लिए बुद्धि और वाणी का विवेक होना दोनों ही बहुत जरूरी है। आज के दिन भूल कर के भी काला और नीला वस्त्र धारण ना करें। सर्वप्रथम ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दे।
राशियों के अनुसार स्त्रियों द्वारा किया गया पूजा इस प्रकार है-
मेष राशि की स्त्रियां भगवान भोले और मां पार्वती को सिंदूर अर्पित करें
वृष राशि की स्त्रियां भगवान शिव और पार्वती को पीले रंग के फूल अर्पित करें मिथुन राशि की महिलाएं हरियाली तीज के दिन मां पार्वती को हरे रंग के वस्त्र चूड़ियां अर्पित करें
कर्क राशि की स्त्रियां भगवान शिव को दूध और बेलपत्र चढ़ाकर अपनी बाधाओं से मुक्ति पाएं
सिंह राशि वाली महिलाएं भगवान शिव और पार्वती की भगवान शिव लाल फूल और लाल मिठाई अर्चित करें
कन्या राशि की महिलाएं भगवान शिव पार्वती को अलसी का भोग लगाएं
तुला राशि की स्त्री पंचामृत अर्पित करें और अपनी कलाई पर लाल मौली बांधे विष राशि की महिलाएं चमेली का फूल अर्पित करें
वृश्चिक राशि की महिलाएं जल केसर चंदन चढ़ाएं
मकर राशि की महिलाएं जल के साथ तुलसी के पत्ते अर्पित करें
कुंभ राशि की महिलाएं सफेद फूल के साथ नारियल चढ़ाएं
मीन राशि की महिलाएं सफेद रंग की मिठाई के साथ दूध अर्पित करें।
ऐसे करें पूजा
पूजा में काम आने वाली सामग्री-पूजा में पीला वस्त्र कच्चा सुता नए वस्त्र केले के पत्ते बेलपत्र भांग धतूरा शमी के पत्ते जनेऊ जटा नारियल सुपारी कलश अक्षत दूर्वा घास की कपूर अबीर गुलाल श्रीफल चंदन गाय का दूध गंगा जल पंचामृत दही मिश्री शहद आदि को शामिल किया जाना चाहिए। तीज के दिन सूर्योदय से अगले दिन सूर्योदय तक निर्जला रहा जाता है क्योंकि अगले दिन सूर्योदय पूर्व तक तृतीया तिथि होती है इसके बाद पारण करते हैं हालांकि जिन लोगों को बर्दाश्त नहीं हो पाता गर्भवती महिलाएं वह रात्रि 12:00 बजे के बाद भी पानी पी सकती हैं।
यह हरियाली तीज आपके जीवन में हरियाली लेकर आए सुख समृद्धि उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए अखंड सौभाग्य लेकर आए इसी कामना के साथ एस्ट्रोलॉजर डॉ शिल्पा जैन
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