नाग पंचमी : जानें शुभ महूर्त और पूजा विधि - डॉ शिल्पा जैन एस्ट्रोलॉजर


देवो के देव महादेव का है आभूषण

श्री विष्णु भगवान का है शेषनाग सिंहासन

अपने फन  पर जिसने पृथ्वी उठाई

ऐसे नाग देवता को मेरा वंदन

नाग पंचमी की आप सभी को सर्वमंगल की ओर से बहुत-बहुत बधाई । सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी मनाया जाता है।2023 नाग पंचमी 21 अगस्त सोमवार के दिन पड रहा है। सोमवार होने के दिन बहुत खास हो जाता है।

पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 21 अगस्त 5:53 से लेकर 8:30 बजे सुबह तक रहेगा तिथि का समापन 22 अगस्त रात्रि 2:00 बजे होगा। नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है जिनके भी कुंडली में कालसर्प दोष है आज के दिन मुख्य रूप से नागों की पूजा करें। राहु ग्रह का दोष दूर करने के लिए नाग देवता के शीर्ष पर दूध चढ़ाएं एवं केतु ग्रह के दोष को दूर करने के लिए नाग देवता के अंतिम छोर पर दूध अर्पित करना श्रेष्ठ होता है। संतान होने में बाधा हो रही हो या नकारात्मक विचार आ रहे हैं उनके लिए भी आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है आज के दिन चांदी के नाग नागिन या पांच धातु के नाग नागिन का कच्चे दूध एवं जल से अभिषेक करके बहते जल में प्रवाहित करने से कालसर्प दोष में कमी आती है आज नाग पंचमी की दिन गाय के कच्चे दूध से दूर्वा द्वारा घर में छिड़काव करें इससे नाग देवता की कृपा बनी रहती है एवं लक्ष्मी जी की प्राप्ति होती है अपने घर के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ  गोबर से नाग देवता की आकृति बनाएं एवं उनकी पूजा करें आज के दिन नाग देवता का दर्शन करने से समस्त प्रकार की परेशानी दूर होती है अपने घर के मंदिर में नाग देवता का चित्र बनाकर पूजा कर सकते हैं नहीं तो पास में शिवालय में जाकर शिवजी के साथ नाग देवता की पूजा करें  कच्चा दूध  अभिषेक करें उसके पश्चात नावेद एवं पुष्प चढ़ाए धूप और दीप अर्पित करें किंतु यह ध्यान रखिए धूप और दीप नाग देवता से थोड़ा दूर रखें उसके पश्चात नाग पंचमी की कथा अवश्य पढे।

जैसा कि बताया गया है कि नाग देवता की पूजा करने से राहु और केतु ग्रह खुश होते हैं राहु ग्रह जो आज के कलयुग में आर्थिक उन्नति के कारक ग्रह माने गए हैं एवं केतु  आध्यात्मिक दृष्टि से मोक्ष के कारक माने गए हैं जो भी जीवन में आर्थिक और आध्यात्मिक दोनों ही उन्नति करना चाहता है वह आज के दिन नाग देवता का दर्शन अवश्य करें एवं उनकी पूजा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। हमारे धर्म में गए गंगा और गायत्री तीनों का ही बहुत महत्व बताया गया है गौ सेवा से जन्मो जन्मो का दोष दूर होता है।आज के दिन गाय माता की पूजा करने से भी विशेष फल प्राप्त होता है आज गाय को हरा चारा खिलाएं गौ माता की सात बार  परिक्रमा ले।

आज भगवान भोलेनाथ का गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें। कच्चा दूध एवं जल से भी अभिषेक कर सकते हैं आज के दिन भगवान भोलेनाथ पर धतूरा एवं बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं क्योंकि भगवान भोलेनाथ नाग देवता को स्वयं धारण किए हुए हैं अतः आज के दिन भोलेनाथ की पूजा करना बहुत श्रेयस्कर होता है।

किंतु यहां एक खास बात बताना चाहती हूं कि हर सांप को नाग देवता समझकर पूजा नहीं करनी चाहिए क्योंकि जो सपेरा नाग लेकर हमारे द्वार पर आते हैं वह उसे नाग देवता को किसी भी प्रकार की पीड़ा देकर उनकी दांतो को निकालकर तोड़कर मात्र पैसे के लालच से आते हैं आपके शहर में नाग देवता का मंदिर है और अगर नहीं भी है तो शिवालय तो हर जगह होता है तो सबसे अचूक उपाय है उसे वाले जाएं वहां जो भगवान शिव ने नाग देवता को धारण किया हुआ है उसे पर दूध और ज्ञानपीठ करें जाता वाला नारियल अर्पित करें बेलपत्र और धतूरा चढ़ाए।

नाग पंचमी आपके जीवन में राहु केतु के शुभ प्रभावों की वृद्धि करें पितृ दोष से मुक्ति मिले इसी भावनाओं के साथ

      एस्ट्रोलॉजर डॉक्टर शिल्पा जैन की कलम से

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