सिक्ख धर्म के पांचवे गुरु अर्जुन देव जी का आगरा में धूमधाम से मनाया जाएगा शहीदी पर्व




आगरा में बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा श्री अर्जुन देवी जी का शहीदी गुरुपर्व। आगरा के सभी गुरुद्वारों में विशेष रूप से होगा दरबार साहिब अमृतसरए कथा.कीर्तन का पाठ। रविवार को एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया जिसमें इस अवसर पर पोस्टर का भी विमोचन किया गया। इस दौरान श्री गुरु सिंह सभा प्रधान सण् कंवल दीप सिंह ने बताया कि गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी पर्व पर विशेष रूप से सिंह साहिब ज्ञानी जगतार सिंह हैड ग्रंथी सचखंड श्री दरबार साहिब अमृतसरए भाई कमलजीत सिंह हजूरी रागी सचखंड श्री दरबार साहिब अमृतसरए कथा.कीर्तन द्वारा गुरु इतिहास से साध .संगत को निहाल करेगे । यह कार्यक्रम शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटीए अमृतसर के पूर्ण सहयोग से मनाया जा रहा है और इसके पहले भी शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटीए अमृतसर की तरफ से समय.समय पर हर तरीके का जरूरत के अनुसार सहयोग मिलता रहता है। इसी के साथ भाई जसपाल सिंह अखंड कीर्तनी जत्थाए ज्ञानी कुलविंदर सिंह हैड ग्रंथी गुरुद्वारा माईथानए ज्ञानी ओंकार सिंह हैड प्रचारक गुरुद्वारा माईथानए भाई बिजेन्द्र पाल सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा माईथानएएवं भाई हरजोत सिंह जीए गुरुद्वारा मिट्ठा खूए स्त्री सत्संग सभा  गुरुद्वारा माईथान कीर्तन एवं कथा से संगत को निहाल करेंगे। 

सिंह सभा के देवेंद्र सिंह खालसा ने बताया कि इस अवसर पर सिक्ख समाज मे गुरुद्वारों में श्री सुखमनी साहिब के पाठों की लड़ी चलती है। दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था वीण्पीण् ऑयल मिल पर होगी । 

हैड ग्रंथी ज्ञानी कुलविंदर सिंह ने बताया कि इस अवसर पर मीठे जल की छबील लगाई जाएगी जिसकी शुरुआत तीसरे गुरु अमरदास जी के समय हुई जब दूर दूर संगत उनके दर्शन के लिए पहुंचती थी तब गुड की छबील की शुरुआत हुई जिससे उनको गर्मियों में राहत मिल सके बाद में गुरु रामदास जी ने दरबार साहिब में के चारो कोनो में जल की छबील स्थापित की जो आज भी है । उसके बाद गुरु अर्जुन देव जी जिनकी शहादत जेठ के महीने में हुई और उन्होंने अपनी शहादत को अकाल पुरख का आदेश मानकर बड़ी शांति से कबूल किया । 

इस श्रंखला में केंद्रीय तौर पर आगरा की धार्मिक नुमाइंदा केंद्रीय संस्था श्री गुरु सिंह सभाए के तत्वाधान में गुरद्वारा माईथान में प्रातः 7ण्00 से दोपहर 2ण्30 बजे तक मनाया जाएगा। तो वहीँ गुरुद्वारा गुरु के ताल पर हाईवे पर प्रातः 9 बजे से शाम को 6 बजे तक सबसे बड़ी छबील लगाई जाएगी साथ में केंद्रीय कारागार में बंदियों के लिए भी छबील लगाई जाएगी। मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह जी सभी धर्मालंबियों को पहुंचने की अपील की ।

कौन थे श्री अर्जुन देव जी 

श्री गुरु अर्जुन देव जी श्री गुरु राम दास जी एवं माता भानी के छोटे पुत्र थे । आप को शहीदों के सरताज भी कहा जाता है । आप शांति के पुंजए मानवता के सच्चे सेवकए धर्म के रक्षकए शांत और गंभीर स्वभाव के थे । श्री गुरु अर्जुन देव जी सिक्ख धर्म के पहले शहीद थे । उनका शहीदी गुरुपर्व 23 मई 2023 को आगरा ही नहीं संपूर्ण देश.विदेश में बड़े ही श्रद्धा एवं सत्कार से मनाया जाएगा। समन्वयक बंटी ग्रोवर ने बताया कि गुरु जी ने अपनी शहादत 30 मई 1606  में दी थी।

उल्लेखित है कि गुरु जी को मुगल बादशाह जहांगीर के आदेश पर मुर्तजा खान 22 मई 1606 को अमृतसर से गिरफ़्तार करके लाहोर ले गये जहां उन्हे 3 दिन तक यासा कानून ;मंगोल कानूनद्ध के अंतर्गत सजाये मौत का हुकम दिया । पहले दिन उबलते हुये पानी के देग मै  बैठाया गया फिर दूसरे दिन गर्म तवे पर बैठा कर कड़छों से गरम रेत डाली गई। और तीसरे दिन गरम उबलते हुये तेल के कड़ाये में बैठाया गया। गुरु साहिब का शरीर जर्जर हो चुका था और बाद मै रावी नदी के ठंडे पानी मै उनके जर्जर हो शरीर को बहा दिया गया। गुरु अर्जुन देव जी इस असहाय कष्टों को परमात्मा की रजा मानकर चुप.चाप सहन करते रहे और तेरा कीया मीठा लागेए हरि नाम पदार्थ नानक मांगे का गायन करते रहे।

इस दौरान चेयरमैन सरदार परमात्मा सिंह, रांणा रंजीत सिंह,  बबलू अर्शी,  रछपाल सिंह, हरपाल सिंह, रविंद्र सिंह ओबराय, सन्नी अरोरा, सतविंदर सिंह, प्रवीण अरोरा |


Comments