महारानी अहिल्याबाई भारतीय इतिहास का एक ऐसा अनुकरणीय चरित्र हैं जिन्होंने नारी की संपूर्ण क्षमताओं का परिचय दिया : समाजसेवी मधु बघेल




  • पुण्य श्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को समर्पित लोकमाता वंदना लघु वृत्त वीडियो फिल्म का प्रोमो हुआ रिलीज
  • यह एक ऐसा अनुकरणीय प्रयास है जो इस महान नारी के प्रति लोगों में जागरूकता  लाएगा : समाजसेवी एवं संस्कृति कर्मी श्रीमती विजयलक्ष्मी ने कहा 

आगरा। संस्कृति भवन डॉक्टर बी आर अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा परिसर में साहित्य संगीत संगम के तत्वावधान में पुण्य श्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को समर्पित लोकमाता वंदना लघु वृत्त वीडियो फिल्म का प्रोमो और वीडियो संस्था द्वारा रिलीज किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से सुशील सरित ने किया। राजेश्वरी ने अहिल्या वंदना प्रस्तुत की तदोपरांत स्वागत अध्यक्ष प्रोफेसर लवकुश मिश्रा ने सभी का स्वागत करते हुए कहा यह केंद्र आज आगरा की सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बन चुका है इस क्रम में आज का यह आयोजन महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।

वीडियो का परिचय देते हुए लोकमाता वंदना के रचनाकार डॉक्टर राजेंद्र मिलन ने कहा “नगर के प्रख्यात समाजसेवी एवं संस्कृति संरक्षक भगत सिंह बघेल की प्रेरणा से निर्मित इस वीडियो में इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होलकर जिन्होंने लगभग 30 वर्षों तक बिना कोई युद्ध किए अपनी बौद्धिक क्षमता के बल पर मालवा पर राज्य किया और एक नारी होते हुए भी सुशासन का दृष्टांत प्रस्तुत किया, उनकी वंदना पर आधारित इस लघु वीडियो फिल्म में उन सारे स्थलों को समाहित किया गया है। जहां-जहां महारानी अहिल्याबाई अपने आराध्य शिव की अर्चना के लिए जाती थीं और जिनका पुनरुद्धार उन्होंने कराया, जिनमें प्रमुख रूप से इंदौर का रजवाड़ा महेश्वर का किला, मंदिर, विश्वनाथ मंदिर वाराणसी, सोमनाथ मंदिर, नर्मदा नदी के पावन दृश्य एवं कुछ ज्योतिर्लिंगों को समाहित किया गया है।


 

लोकमाता वंदना को स्वर दिया है साहित्य भूषण से सम्मानित वरिष्ठ रचनाकार और संगीत प्रतिभा के धनी सुशील सरित एवं युवा गायिका कुमारी पूजा तोमर ने। इस गीत का संगीत निर्देशन किया है बहुमुखी कलाकार सुभाष सक्सेना ने और ताल संगत की है परमानंद शर्मा ने। बिम्ब परिकल्पना अंकुर बंसल की है और सहयोग दिया है इंदल सिंह इन्दु ने निर्देशनीय सहयोग दिया है। राहुल सिंह ने लगभग 8 मिनट की यह वीडियो फिल्म गागर में सागर जैसी अनुभूति करायेगी। “लोकार्पण करते हुए नगर की प्रख्यात समाजसेवी एवं संस्कृति कर्मी श्रीमती विजयलक्ष्मी ने कहा यह एक ऐसा अनुकरणीय प्रयास है जो इस महान नारी के प्रति लोगों में जागरूकता  लाएगा। इसके लिए डॉक्टर मिलन और सुशील सरित बधाई के पात्र हैं।

मुख्य अतिथि श्रीमती मधु बघेल ने कहा महारानी अहिल्याबाई भारतीय इतिहास का एक ऐसा अनुकरणीय चरित्र हैं जिन्होंने नारी की संपूर्ण क्षमताओं का परिचय दिया एक प्रशासक के रूप में किसी व्यक्ति को कैसा होना चाहिए उसका वे सटीक उदाहरण हैं। उन पर केंद्रित यह लघु वीडियो चित्र उनके प्रति हम सबकी सच्ची श्रद्धांजलि है। राजेश्वरी जी ने कहा वीडियो की गुणवत्ता प्रशंसनीय है और कुमारी पूजा तोमर और सुशील सरित के स्वरों ने इतने सहज रूप से इस रचना का निर्वाह किया है कि सुनकर आनंद की अनुभूति होती है और रचना का आध्यात्मिक स्पर्श हृदय को  झंकृत करता है। सहयोगी  इन्दल सिंह इन्दु ने भी अपनी काव्यांजलि प्रस्तुति की।

इस अवसर पर अशोक अश्रु,  चंद्रशेखर शर्मा, रजनी सिंह, डॉ रमेश आनंद, प्रकाश गुप्ता बेवाक सुधीर शर्मा, सुभाष सक्सेना, परमानंद शर्मा, कुमारी पूजा तोमर, अंकुर बंसल, पद्मावती पदम आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।


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