न हों पैनिक, आरम से करें अपने 2000 के नोटों को जमा, जानें बैंक जमा करते समय आपसे क्या क्या चीज मांग सकता है



जैसा की विदित है कि भारतीय रिजर्व बैंक यानि की आरबीआई ने क्लीन नोट पॉलिसी के तहत ₹2000 के नोटों को वापस लेने का फैसला लिया है. हालांकि अभी यह नोट चलन से बाहर नहीं हुए हैं, तो वहीं आरबीआई ने लोगों को 30 सितंबर 2023 तक यह नोट बैंकों में जमा करने अथवा बदलने का समय दिया है। ग्राहक बैंक के अलावा नोट को रिजर्व बैंक के कार्यालय में भी बदल सकता है। 

आरबीआई के इस फैसले के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर यह फैसला क्यों लिया गया। वहीं कुछ लोग इसे ब्लैक मनी पर एक बार और हमले की तरह देख रहे हैं. लेकिन आरबीआई ने क्लीन नोट पॉलिसी का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है।

इससे पहले भी भारत में नवंबर 2016 में नोटबंदी हुई थी। जिसके बाद सरकार द्वारा यह 2000 का नोट चलन में लाया गया था वित्त वर्ष 18-19 के बाद आरबीआई ने 2000 के नोट छापने बंद कर दिए थे। वहीं धीरे-धीरे नोट का सर्कुलेशन भी बैंक द्वारा बंद होता जा रहा था। 

एक रिपोर्ट की मानें तो अभी सितम्बर से आगे भी जमा करने की तारीख बढ़ाई जा सकती हैं. 


फिल्हाल आपको अपने नोट बदलने को लेकर जरा भी परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि इन नियमों के साथ आप आसानी से अपने 2000 के नोट बदल सकते हैं

1. आपके पास रखे हुए नोट आप अपने किसी भी बैंक के सेविंग एकाउंट में कितनी भी राशी जमा करा सकते हैं। इस दौरान आपकी बैंक आपसे केवाईसी यानि की आधार, पैन मांग सकती है। तो आप आधार पैन को साथ ले जाना न भूलें। 

2. अगर आप वृद्ध है, पैंशनर्स हैं अथवा महिला है तो बैंक में आपको लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि बैंक में इन लोंगों के लिए अलग से व्यवस्था की होगी।

3. आप किसी भी बैंक से 20000 के नोट बदलवा सकते हैं इसके लिए भी बैंक आपसे आधार और पैन मांग सकती है। 

4. ग्रामीण इलाके में ग्रामीण ग्राहर बीसी एजेंट से 4000 मूल्य के नोट बदल सकता है। 

5. अगर कोई बैंक या बैंक कर्मचारी आपसे नोट बदलने के लिए मना करे अथवा कुछ पैसे की डिमाडं करे तो आप इसकी शिकायत पुलिस अथवा आरबीआई को कर सकते हैं। 

6. अगर आपके पास कम नोट है तो आप बैंक जाए बिना किसी भी पैट्रोल पंप से पैट्रोल भरवाकर भी अपनो दो हजार का नोट चला सकते हैं। 

7. आप सिल्वर अथवा गोल्ड भी खरीद सकते हैं।


एसबीआई की ओर से 2000 का नोट बदलने के लिए नई गाइड लाइन जारी 

रविवार को एसबीआई की ओर से 2000 का नोट बदलने के लिए नई गाइड लाइन जारी की गई है. भारत के सबसे बड़े बैंक ने कहा है कि नोट बदलने के लिए किसी आईडी की जरूरत नहीं है और न ही इसके लिए कोई फार्म भरना हेागा. यह नोटिफिकेशन इसलिए जारी किया गया क्योंकि हाल ही में यह सुनने को मिल रहा था कि नोट बदलने के लिए आधार जैसी कोई आईडी जरूर दिखानी होगी और इसके लिए एक फार्म भरना हेागा.


देश में इससे पहले भी कई बार हो चुकी हैं नोटबंदी 



क्या आपको पता है देश में कभी 10 हजार और 5 हजार के नोट भी चला करते थे. जी हाँ आज़ादी से पहले ब्रिटिश इंडिया के समय में ये नोट चला करते थे इसको लेकर भी सन 12 जनवरी 1946 को ब्रिटिश इंडिया में तत्कालीन गवर्नर जनरल सर आर्ची बोलने दे मोनेटे ने डिमॉनेटाइजेशन का अध्यादेश पास किया था. इसके बाद 26 जनवरी को 500 1000 और ₹10 के नोटों का डेकोरेशन बंद कर दिया गया था इसका मकसद भी कालाधन खत्म करना ही था

वहीँ  1978 में दूसरी बार भी लिया गया था नोटबंदी का फैसला जनता पार्टी की सरकार में तत्कालीन पीएम मोरारजी देसाई ने 16 जनवरी 1978 को 1000 5000 10000 के नोट बंद किए थे 14 जनवरी 1978 को आरबीआई को इसके बारे में जानकारी दी गई आरबीआई ने नोटबंदी का अध्यादेश बनाया जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीवा रेड्डी ने मंजूरी थी

इसके बाद 8 नवंबर 2016 को भी हुई थी नोटबंदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 8 नवंबर 2016 को रात 8:00 बजे नोटबंदी का ऐलान किया था इसमें 500 और 1000 के नोट बंद किए गए थे इसके अलावा 2000 के नए नोट और 500 2000 के नोट और 500 के नए नोट जारी किए गए थे नवंबर 2016 की नोट बंदी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर हुई थी सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच ने 4-1 से नोटबंदी को सही ठहराया था सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि संविधान ने केंद्र सरकार को अधिकार किया है इसका इस्तेमाल करने से कोई रोक नहीं सकता


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