- जाणता राजा के लिए आगरा हुआ तैयार, आज से गूंजेगी छत्रपति शिवाजी महाराज की शौर्यगाथा"
- ‘जाणता राजा’ महानाट्य दिव्य प्रेम सेवा मिशन के सेवा संकल्प को समर्पित
आगरा। ताजनगरी में भारतीय इतिहास और संस्कृति के सबसे भव्य मंचन की गवाह बनने जा रही है। जी हां ताजनगरी में कल यानी 4 अक्टूबर से 9 अक्टूबर फतेहाबाद रोड स्थित कलाकृति कल्चर एण्ड कन्वेंशन सेंटर ग्राउण्ड पर छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित विश्वविख्यात महानाट्य ‘जाणता राजा’ का मंचन शनिवार से होगा। यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक महोत्सव नहीं, बल्कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन के सेवा संकल्प को समर्पित सामाजिक-सांस्कृतिक प्रयास है।
आयोजन में पूर्व शुक्रवार को कलाकृति कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में आयोजन समिति ने सभी तैयारियों की अंतिम रूपरेखा साझा की। इस दौरान कलाकारों का अभ्यास सत्र भी प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. आशीष गौतम भैया जीने कहाकि छत्रपति शिवाजी ने सनातनी संस्कृति को मुगलों के आक्रमण से बचाए रखने के लिए जिस साहस, शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया, वह बेजोड़ है। लेकिन, उनकी कहानी पाठ्य पुस्तकों में बस कुछ पन्नों मे ही समेट कर रख दी गई। नाटक ‘जाणता राजा’ इस महान राजा के पूरे जीवन पर एक विहंगम दृष्टि डालता है।
दिव्य प्रेम सेवा मिशन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. संजय चतुर्वेदी ने बताया कि शनिवार, 4 अक्टूबर को पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद इस आयोजन का शुभारंभ करेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह विशिष्ट अतिथि होंगे।
उन्होंने कहा कि यह महानाट्य दो पवित्र उद्देश्यों को साधता है युवा पीढ़ी को शिवाजी महाराज जैसे राष्ट्रनायक से प्रेरणा दिलाना और समाज को सेवा की धारा से जोड़ना।
डॉ आशीष गौतम द्वारा स्थापित दिव्य प्रेम सेवा मिशन पिछले 29 वर्षों से हरिद्वार में कुष्ठ पीड़ितों, अनाथों, असहायों और निराश्रितों की निःस्वार्थ सेवा कर रहा है। बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलम्बन के लिए अनेक प्रकल्प नि:शुल्क संचालित किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि शिवाजी महाराज की प्रेरणा से अधिक से अधिक लोग हमारे सेवा परिवार से जुड़ें और समाज कल्याण की इस धारा को आगे बढ़ाएँ।
आयोजन समिति के अध्यक्ष सीए संजीव महेश्वरी ने बताया कि ‘जाणता राजा’ का मंच 2 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में बनाया गया है और ऊँचाई चार मंजिला है। इसमें ढाई सौ कलाकार, 20 फीट ऊँची मां तुलजा भवानी की प्रतिमा, हाथी, घोड़े, ऊँट, बैलगाड़ियां और पालकी का प्रत्यक्ष उपयोग किया जा रहा है। अत्याधुनिक ध्वनि-प्रकाश व्यवस्था और आतिशबाजी इसे और अधिक भव्य बनाएगी।
अब तक यह नाट्य भारत और इंग्लैंड सहित विश्वभर में 1200 से अधिक बार मंचित हो चुका है और 70 लाख दर्शक इसे देख चुके हैं। आगरा में 70 हजार दर्शक इसके साक्षी बनेंगे ।
स्वागत समिति के अध्यक्ष राकेश गर्ग ने बताया कि आगरा व आसपास के 30 जिलों में व्याख्यान व प्रचार कार्यक्रम के माध्यम से इसका प्रचार प्रसार किया जा चुका है। शहर को छह हिस्सों में बाँटकर हर क्षेत्र से दर्शकों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
उन्होंने बताया कि महा नाट्य ‘जाणता राजा’ के लेखक बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे को महाराष्ट्र के लोग बाबा पुरंदरे कहकर पुकारते हैं। उन्हें पद्म विभूषण पुरस्कार से भी भारत सरकार सम्मानित कर चुकी है। लंबे अरसे तक वह स्वयं ही इस नाटक की सारी व्यवस्था भी देखते रहे। शिवाजी महाराज की कहानी को घर घर तक पहुंचाने के उनके इस अद्भुत प्रयोग की लोकप्रियता ऐसी रही है कि इसका मंचन अमेरिका और ब्रिटेन तक में हो चुका है। इसके कलाकारों की टोली देश में भी तमाम शोज कर चुकी है।
इस अवसर पर दिव्य प्रेम सेवा मिशन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ संजय चतुर्वेदी जी, जाणता राजा आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री संजीव माहेश्वरी जी, स्वागत समिति के महामंत्री श्री अभिनव मौर्य जी, सेवा मिशन के सहसंयोजक राघवेंद्र सिंह सही आयोजन समिति के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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